किसान यूनियनों के नेता कृषि कानूनों को रद्द करवाना भूल अगामी विधानसभा चुनाव में अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए कर रहे हैं काम
व्यस्त हैं किसान यूनियनों के नेता आंदोलन को भूल कर अन्य राज्यों में हो रहे विधान सभा चुनाव में
लुधियाना,(राजदार टाइम्स):
भाजपा विधायक अरुण नारंग को कथित किसानों द्वारा पीटने एवं निर्वस्त्र करने पर पंजाब कांग्रेस के तेजतरार नेता तथा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की कि इस हमले के आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए जोकि ऐसी हरकतों से किसान आंदोलन को पीछे खींच रहे हैं। सांसद बिट्टू ने किसान नेताओं पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उक्त घटना से पंजाब के सम्मान को ठेस पहुंची है। किसान नेता पहले नेताओं पर हमले के लिए भोले भाले किसानों और युवाओं को भडक़ाते हैं और फिर उन पर मामला दर्ज होने या उनकी गिरफ्तारी होने पर उन्हें अधर में छोड़ देते हैं। सांसद ने किसान नेताओं से पूछा कि वर्तमान में आप नेताओं के खिलाफ लोगों को भडक़ा रहे हैं और कल जब यही लोग किसान नेताओं पर हमला करेंगे तो क्या आप इस बात पर खुश होंगे कि पंजाबी आपस में लड़ रहे हैं। याद रहे कि इससे पहले बिट्टू व अन्य पर भी किसानों की तरफ से जानलेवा हमला किया जा चुका है। भले ही किसान नेता इस हमले से अपना मुंह मोड़ कर यह दावा कर रहे हैं कि हमला करने वाले किसान नहीं थे और घटना को भीड़ ने अंजाम दिया है, लेकिन किसान नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह किसे किसान मानते हैं। सांसद ने कहा कि किसान यूनियनों के नेता तीनों कृषि कानूनों को रद्द करवाने की बात को भूलकर अगामी विधान सभा चुनाव में अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए काम कर रहें हैं। यही कारण है कि वह आंदोलन को भूल कर अन्य राज्यों में हो रहे विधान सभा चुनाव में व्यस्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप अब भी नहीं माने तो आने वाले समय में यह स्थिति आपसी लड़ाई का रूप धारण कर सकती है। सांसद ने किसान नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि यदि आप इतने बहादुर हैं तो मोर्चा स्थल से पांच किलोमीटर की दूरी पर कृषि मंत्री व अन्य वरिष्ठ मंत्री हैं, उन पर हमला करके दिखाएं। पंजाबियों को पंजाबियों पर हमला करने के लिए न भडक़ाएं।

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