रविार को चुने गये भाजपा विधायक दल के नेता
लगभग 6 साल पहले कांग्रेस छोड़ आए थे बीजेपी में
नॉर्थ ईस्ट में है उनका काफी प्रभाव
गुवाहाटी,(राजदार टाइम्स): असम विधानसभा चुनाव परिणाम आने के लगभग एक सप्ताह बादप्रविवार को मुख्यमंत्री का नाम तय हो गया है। हिमंत बिस्वा सरमा को रविवार को विधायक दल की बैठक में नेता चुना गया। बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पार्टी महासचिव अरुण सिंह और भाजपा के असम प्रभारी बैजयंत पांडा भी शामिल हुए। इससे पहले मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। कहा जा रहा है बिस्वा पूरे नॉर्थ-ईस्ट में काफी प्रभावी माने जाते हैं। सोनोवाल सरकार में उन्होंने फाइनेंस, प्लानिंग एंड डेवलपमेंट, हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, एजुकेशन और पीडब्लूडी जैसे अहम विभागों का जिम्मा संभाला था। केंद्रीय नेतृत्व के टॉप नेताओं से भी उनके अच्छे संबंध हैं।
गौर हो कि बिस्वा वर्ष 2015 में कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए थे। माना जाता है कि उस वक्त बिस्वा के पॉलिटिकल मैनेजमेंट स्किल्स से अमित शाह काफी प्रभावित हुए थे। नॉर्थ-ईस्ट में भाजपा के विस्तार में भी बिस्वा की अहम भूमिका मानी जाती है। बिस्वा नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक भी रह चुके हैं। इस अलायंस का गठन क्षेत्रीय दलों को भाजपा के नेतृत्व में लाने के लिए किया गया था।
असम में भाजपा+ ने जीती 75 सीटें
असम में तीन चरणों में हुए चुनाव में भाजपा गठबंधन को 75 सीटें मिली हैं। यह आंकड़ा बहुमत से अधिक है। भाजपा की इस जीत ने असम में इतिहास रच दिया है, क्योंकि इससे पहले यहां 70 साल में कभी किसी गैर-कांग्रेसी पार्टी ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी नहीं की।