एनआईए और सेना को मिले इन सबूतों से चौंके अधिकारी
मामले में एक आरोपित निशान सिंह नामक युवक को किया अमृतसर से गिरफ्तार
मोहाली,(राजदार टाइम्स):
पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर गत दिनों शाम को हुए हमले में फतेहगढ़, अंबाला तथा तरनतारन से 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। जानकारी अनुसार पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने उस लांचर को भी बरामद कर लिया है, जिससे रॉकेट चलित ग्रेनेड (आरपीजी) को दागा गया था। लांचर चीन निर्मित बताया जा रहा है। पंजाब पुलिस के डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि आरपीजी में ट्रिनिट्रोटोल्यूइन (टीएनटी) विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल आमतौर पर श्रीनगर में आतंकी हमले के दौरान होता रहा है। डीजीपी ने दावा किया कि पुलिस को कई लीड मिली हैं, जिनके आधार पर जल्द ही इस केस को सुलझा दिया जाएगा। घटनास्थल पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और सेना की टीमें भी पहुंचीं। उधर मोहाली पुलिस ने सोहाना थाने में विभिन्न धाराओं के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेट (आरपीजी) हमले में आज फरीदकोट पुलिस ने तरनतारन जिले के गांव कुल्ला निवासी निशान सिंह नामक एक युवक को गिरफ्तार कर मोहाली पुलिस के हवाले कर दिया है। निशान सिंह की गिरफ्तारी पुलिस के लिए ब्लास्ट मामले में बड़ी कामयाबी है। इस गंभीर मुद्दे पर पंजाब भर की सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर है। ऐसे में फरीदकोट सीआइए स्टाफ भी इस घटना की जांच में शामिल हुआ और अमृतसर से निशान सिंह को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ उपरांत निशान सिंह को फरीदकोट से सीआइए स्टाफ द्वारा मोहाली ले जाया गया है।

इमारत व पुलिस वाले थे निशाने पर
पंजाब पुलिस का खुफिया मुख्यालय ही आरोपियों के निशाने पर था, क्योंकि इसमें पंजाब पुलिस के कई विंग चलते हैं। पुलिस के आला अधिकारी भी यहीं बैठते हैं। जांच में पता चला है कि हमलावरों का निशाना चूक गया है। विस्फोटक अंदर जाने के बजाय दीवार से टकराया है।

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