मुकेरियां,7 दिसंबर(राजदार टाइम्स): केन्द्र की भाजपा सरकार देश के लोगों खासकर किसानो को बहुत परेशान कर रही है। केन्द्र सरकार द्वारा किसान विरोधी बनाए काले कानूनों को वापिस करवाने के लिए किसान पिछले लगभग दो माह से अपने घर परिवार छोड़ सडक़ं पर रात गुजार रहे है। जबकि केंद्र सरकार बातचीत का बहाना बना उनकी मांगो की अनदेखी कर इस मामले को लटका किसानो की परेशानियों को और बड़ा रही है। यह शब्द आम आदमी पार्टी के पूर्व हल्का इंचार्ज प्रो.जीएस मुल्तानी ने कहे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों व बार एसोशियसन के सदस्यों ने भी इन कानूनों को किसान विरोधी बताया है, अगर कानून को जानने वाले लोग ही ऐसी बात कह रहे है तो केंद्र सरकार क्यों इन काले कानूनों को किसान पर थोप रही है। मुल्तानी ने कहा कि अगर देश का किसान ही नहीं चाहता इन कानूनों को लागु करवाना तो क्यों सरकार इन कानूनों को रद्द नहीं किया जा रहा। यदि सही मायने में केन्द्र सरकार किसानों की आर्थिक हालत सुधारना चाहती है तो उनकी आय बढ़ाने के लिए स्वामीनाथन की रिपोर्ट को लागु किया जाए। ताकि किसानो को उनकी फसल का उचित दाम प्राप्त हो सके। भाजपा सरकार तानाशाह का रवैया अपना रही है तथा लोकतंत्र की हत्या कर किसानो की आवाज को दवाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि अब देश का किसान जाग उठा है तथा अब झूठे दिलासे में केंद्र सरकार से गुमराह होने वाला नहीं है। मोदी सरकार को तुरंत ही इस काले कानून को रद्द करने की घोषणा करनी चाहिए।