मुख्य आरोपी है गुरदीप सिंह राणो
चण्ड़ीगढ़,(राजदार टाइम्स):
गत वर्ष पंजाब के बहुचर्चित और हाई प्रोफाइल ड्रग केस में पंजाब सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड होने वाले अधिकारियों में आईजी परमराज सिंह उमरानंगल (उस समय के लुधियाना रेंज के डीआईजी), आईआरबी पठानकोट में तैनात असिस्टेंट कमांडेट वरिंदरजीत सिंह थिंड, फरीदकोट में तैनात एसपी (डिटेक्टिव) सेवा सिंह मल्ली, एसपी परमिंदर सिंह बाठ व उप पुलिस कप्तान (डिटेक्टिव) करण शेर सिंह शामिल हैं। उमरानंगल पहले से ही बेअदबी के मामले में सस्पेंड चल रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खन्ना पुलिस के कई मौजूदा और पूर्व पुलिस अधिकारी इन दिनों एसटीएफ के रडार पर हैं। जिनसे किसी भी वक्त केस से संबंधी पूछताछ की जा सकती है। गौर हो कि वर्ष 2020 में लुधियाना जिले के खन्ना में ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। मामले में मुख्य आरोपी पूर्व अकाली सरपंच गुरदीप सिंह राणो है। जिसे खन्ना के पायल क्षेत्र से पकड़ा गया था। इसके खिलाफ मोहाली में एनजीपीएस एक्ट, आम्र्स एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज है। वहीं सस्पेंड किए गए अधिकारियों पर राणो की मदद करने, उसे वीआईपी सुरक्षा और गाडिय़ां उपलब्ध करवााने के आरोपी हैं। बताया जा रहा है कि गुरदीप सिंह राणो का पंजाब पुलिस में बड़ा नेटवर्क रहा है। मामले की जांच एसटीएफ कर रही है और अब तक कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ चुके हैं। खासकर गुरदीप सिंह राणो के फोन नंबरों की कॉल डिटेल खंगालने पर जो सच सामने आए, उससे एसटीएफ भी हैरान रही गई थी। एसटीएफ ने एसपी रैंक के अधिकारी से भी पूछताछ की थी।