अंधे लोगों का मजाक उड़ाना है बेहद दुर्भाग्यपूर्ण : शर्मा/सहोता
होशियारपुर,(तरसेम दीवाना):
अध्यक्ष संदीप शर्मा की अध्यक्षता में डिसेबल्ड पर्सन्स वेलफेयर सोसायटी की आपात बैठक हुई,। बैठक में हाल ही में रिलीज हुई एक पंजाबी फिल्म का नाम और दृष्टिबाधित लोगों द्वारा किये गये चुटकुलों और आपत्तिजनक शब्दों का जिक्र किया गया है। फिल्म में इस्तेमाल किए जाने की बेहद कड़े शब्दों में निंदा की गई थी। इस मौके पर अध्यक्ष संदीप शर्मा व महासचिव जसविंदर सिंह सहोता ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाबी फिल्म में नेत्रहीनों का मजाक बनाया गया है जोकि बहुत ही गलत बात है। उन्होंने विकलांगों के कल्याण के लिए काम करने वाली पंजाब की सभी संस्थाओं से एक मंच पर आने और इस फिल्म का पुरजोर विरोध करने की अपील की। नेत्रहीन संजीव अरोड़ा व कीर्ति ने कहा कि लोगों का मनोरंजन करने वाली फिल्मों में विकलांग लोगों का मजाक बनाया जाता है, जिससे प्राकृतिक विकलांग लोगों के मन को काफी ठेस पहुंचती है। देखने में असमर्थ जसपाल सिंह ने कहा कि हाल ही में रिलीज हुई एक पंजाबी फिल्म में अंधे लोगों का मजाक बनाना शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 के अनुसार फिल्म के निर्माता और निर्देशक के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भविष्य में दृष्टिहीनों का मजाक उड़ाने वाली फिल्मों को रोका जा सके। उन्होंने पंजाब के संस्कृति मंत्री से मांग की कि इस पंजाबी फिल्म का नाम बदलकर और फिल्म से आपत्तिजनक शब्दों को हटाकर ही फिल्म को सिनेमाघरों में चलने दिया जाए, नहीं तो प्रभावित लोग सडक़ों पर आने को मजबूर होंगे और एक संगठित संघर्ष करो, जिसके लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार होगी इस मौके पर अध्यक्ष बहादुर सिंह, हरपाल सिंह, दीपक कुमार, मधुरदीप, कुलजीत बांगर, सचिव नीलम आदि मौजूद रहे।