होशियारपुर, 19 नवंबर:
नाबार्ड के डी.डी.एम. जसमिंदर सिंह बिंद्रा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) ने दूसरे चरण में प्रवेश कर लिया है और अब इस मिशन के अंतर्गत हासिल सफलता को बरकरार रखना सबसे ज्यादा अहम हो गया है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड इस संबंध में साक्षरता और जागरुकता लाने का कार्य करता है। वे जिले के ब्लाक भूंगा के गांव फांबड़ा में शहीद भगत सिंह क्रांतिकारी सोसायटी की ओर से आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में गांव वासियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जल, साफ सफाई तथा स्वास्थ्य आदि के संबंध में साक्षर बनाने के उद्देश्य से स्वच्छता साक्षरता अभियान की शुरुआत की जा चुकी है, जिसके अंतर्गत 26 जनवरी 2021 तक जिले में पांच कार्यक्रम करवाए जाने हैं और कार्यक्रमों की शुरुआत गांव फांबड़ा से शुरु की गई है।
नाबार्ड की ओर से गांव फांबड़ा के पंचायत घर में आयोजित जागरुकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डी.डी.एम जसमिंदर सिंह बिंद्रा ने कहा कि स्वच्छता साक्षरता के महत्व को देखते हुए नाबार्ड पंजाब क्षेत्रीय कार्यालय चंडीगढ़ ने 2 अक्टूबर 2020 से स्वच्छता साक्षरता अभियान शुरु किया था जो कि 26 जनवरी 2021 तक चलेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य भावी लाभार्थियों में व्यवहागत बदलाव लाकर उन्हें घरों में शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करना है। ग्रामीण जनता में साफ सफाई के प्रति जागरुकता पैदा कर व्यवहारगत बदलाव लाना और पानी सफाई कार्यों के लिए ऋण का संवर्धन करना इसका प्रमुख उद्देश्य है।
डी.डी.एम ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस अभियान से ग्रामीण क्षेत्रों में ऋण का प्रवाह बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इसी अभियान के अंतर्गत नाबार्ड ने 800 करोड़ रुपए से नई खास पुनार्वित योजना शुरु की है, जिसके अंतर्गत बैंकों, एम.एफ.आई, एन.बी.एफ.सी आदि केवल 4 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर पुनर्वित दिया जाएगा। इस अवसर पर स्वस्छता साक्षरता अभियान के संबंध में पंफेलट आदि भी वितरित किए गए। इस मौके पर प्रदीप शारदा, डा. जगतार सिंह, तरुण राज आदि भी मौजूद थे।