10 दिन पहले ग्लेशियर में पिया था शहादत का जाम
शहीद देश का बहुमूल्य सरमाया : छोटेपुर
दीनानगर,(राजदार टाइम्स):
भारतीय सेना की 21 पंजाब रैजीमेंट के शहीद सिपाही प्रगट सिंह जो 10 दिन पहले विश्व के सबसे दुर्गम व ऊंचे हिमखंड सियाचिन ग्लेशियर में आए एवलांच (बर्फीला तूफान) में शहादत का जाम पी गए थे, की अंतिम अरदास व श्रद्घांजलि समारोह उनके पैतृक गांव दबुर्जी के गुरुद्वारा साहिब में आयोजित किया गया। जिसमें पूर्व मंत्री जत्थेदार सुच्चा सिंह छोटेपुर, शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की, शहीद की माता सुखविन्द्र कौर, पिता प्रीतम सिंह, बहनें किरणदीप कौर व अमनदीप कौर, शहीद की यूनिट के नायब सूबेदार लखवीर सिंह, हवलदार इंद्रजीत सिंह, लेबर फैड पंजाब के चेयरमैन गुरप्रताप सिंह खुशहालपुर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य अमरीक सिंह, कथा वाचक डॉ.शिव सिंह आदि ने विशेष तौर पर शामिल होकर शहीद सिपाही प्रगट सिंह को श्रद्घासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डालते हुए रागी जत्थे द्वारा वैरागमयी कीर्तन कर शहीद को नमन किया गया। श्रद्घांजलि समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री जत्थेदार सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कहा कि शहीद राष्ट्र का सरमाया होते हैं, जोकि कठिन से कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी देते हुए राष्ट्र की सुरक्षा में अपने प्राणों की आहुति दे जाते हैं। ऐसे शूरवीरों के अमिट बलिदानों के समक्ष समूचा राष्ट्र नतमस्तक है। उन्होंने कहा कि सरहद पर तैनात सैनिक जागता है, तभी देश चैन से सोता है। ऐसे में समूह देशवासियों का कर्तव्य बनता है कि इनके परिजनों को उचित मान सम्मान देकर इनके लाडलों की शहादत की गरिमा को बहाल रखें।

मां बोली… गर्व है बेटा देश के काम आया
शहीद सिपाही प्रगट सिंह की माता सुखविन्द्र कौर ने नम आंखों से कहा कि प्रगट उनका इकलौता बेटा था तथा भगवान से काफी मन्नतों के बाद वो पैदा हुआ, मगर आज उसकी शहादत से मेरा पूरा परिवार बिखर गया है। मां ने कहा कि इकलौता बेटा खोने का दु:ख तो बहुत है, मगर उसकी शहादत पर गर्व भी है कि उसका बेटा देश के काम आया तथा अपनी शहादत से वो मुझे एक शहीद की मां कहलाने का गौरव दे गया है।
गांव में बने शहीद की यादगार : कुंवर विक्की
कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि शहीद सिपाही प्रगट सिंह की शहादत को जिंदा रखने हेतु गांव में उनकी याद में एक यादगिरी गेट बनाया जाए व सरकारी स्कूल का नाम उनके नाम पर रखा जाए ताकि युवा पीढ़ी उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर अपने अंदर राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा पैदा करें। इस अवसर पर जिला रक्षा सेवाएं भलाई विभाग के फील्ड अफसर एस.एम.मेजर सिंह ने अपने कार्यालय की तरफ से शहीद के माता-पिता को पांच लाख रुपए की राशि का चैक भेंट किया तथा परिषद की ओर से शहीद के माता-पिता को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शहीद लांस नायक संदीप सिंह शौर्य चक्र के पिता जगदेव सिंह, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिन्द्र सिंह के पिता सतपाल अत्री, शहीद नायक मनिन्द्र सिंह के भाई गुरविन्द्र सिंह, शहीद लांस नायक राजेन्द्र सिंह के भाई दलविन्द्र सिंह, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार, आम आदमी पार्टी के नेता चानन सिंह खालसा, कैप्टन जगजीत सिंह, मार्कीट कमेटी के पूर्व चेयरमैन अमरीक सिंह आदि उपस्थित थे।