कहा, पंजाब अंतर्राष्ट्रय सीमा से सटा होने के कारण संवेदनशील
रैली में जा रहे भाजपा कार्यकर्ता को भी किसान प्रदर्शनकारियों ने रोकने का किया प्रयास
होनी चाहिए सारे मामले की जांच
लुधियाना,(राजदार टाइम्स ब्यूरो): जिस प्रदेश की सरकार देश के प्रधानमंत्री को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकती, उस प्रदेश के लोगों की सुरक्षा कैसी होगी, अंदाजा लगाया जा सकता है। जबकि वह प्रदेश अंतर्राष्ट्रय सीमा से सटा होने के कारण अति संवेदनशील हो और चुनावों का समय हो। यह शब्द भाजपा लिगल सैल के जिलाध्यक्ष एडवोकेट केजी शर्मा ने आज फिरोजपुर में होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली से वापिस आने पर राजदार टाइम्स से विशेष बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बहुत दु:ख की बात है देश के प्रधानमंत्री किसी राज्य में आऐ हो और वहां की सरकार ने उनकी सुरक्षा के पुखता प्रबंध ना किए हो, यह किसी बड़ी साजिश की तरफ इंशारा करता है। जोकि किसी भी राज्य के लोगों के लिए कोई सुखद बात नहीं है।
उन्होंने कहा कि पिछले समय दौरान पंजाब ने पहले ही बहुत संताप झेला और बहुत मुश्किल से लोग फिर से अपनी जिन्दगी सही ढ़ंग से जीने लगे थे, लेकिन अब लगता है कि कांग्रेस पार्टी पंजाब के लोगों का नुक्सान कर फिर से सत्ता पर काबिज होना चाह रही है। केजी शर्मा ने कहा कि राजनीति करना कोई बुरी बात नहीं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी चुक, यह कहा कि राजनीति है। इसके लिए पंजाब के लोग कांग्रेस पार्टी को कभी भी माफ नहीं करेंगे। पंजाबियों को तो हमेशा हि इस बात के लिए जाना जाता है कि यदि उनके घर चल कर कोई दुश्मन भी आ जाए तो पंजाबी सबकुछ भुल कर उसे गले लगा लेते हैं, मगर आज की राजनीति ने पंजाबियों को शर्मसार किया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को फिरोजपुर जिले के पियारियाना गांव के पास फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के काफिले को लगभग 20 मिंट तक रूकना पड़ा और कुछ कथित किसान उनके काफिले के पास तक पहुँच गए थे। जिससे कोई भी बड़े हादसा हो सकता था।
शर्मा ने कहा कि रैली में जा रहे भाजपा कार्यकर्ता को कथित किसान प्रदर्शनकारियों ने रोकने का प्रयास भी किया। जिससे कथित किसान प्रदर्शकारियों व भाजपा कार्यकर्ताओं में आपस में तकरार हो गई व जोरदार नारेबाजी होने लगी। भाजपा कार्यकर्ताओं की सुझबुझ से बड़ा खतरा टल गया। उन्होंने कहा कि इस सारे मामले की गहराई से जांच करवानी चाहिए तांकि भविष्य में किसी भी प्रधानमंत्री के साथ ऐसी कोई घटना ना हो सके।