शौर्य चक्र विजेता के बलिदान को नम आंखों से किया गया नमन
पठानकोट,(बिट्टा काटल):
जम्मू-कश्मीर के तंगधार सैक्टर में पाक प्रशिक्षित आतंकियों की भारतीय सीमा में घुसपैठ को रोककर व तीन फिदायीन आतंकियों को मारकर शहादत का जाम पीने वाले सेना की 4 पैरा स्पैशल फोर्स के शौर्य चक्र विजेता लांसनायक संदीप सिंह का तीसरा श्रद्धांजलि समारोह शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की की अध्यक्षता में गांव कोटला खुर्द में शहीद के निवास स्थान पर आयोजित किया गया। जिसमें शहीद की यूनिट के लेफ्टिनेंट कर्नल अर्चित गोस्वामी बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता कुलविन्द्र कौर, पिता जगतार सिंह, पत्नी गुरप्रीत कौर, बेटा अभिनव, बहन रणजीत कौर, भाभी पलविन्द्र कौर, शहीद लेफ्टिनेंट नवदीप सिंह अशोक चक्र के पिता कैप्टन जोगिन्द्र सिंह, शहीद लांसनायक अजय सलारिया के पिता कैप्टन रछपाल सिंह व माता किरण ठाकुर, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार, पुलवामा हमले के शहीद कांस्टेबल मनिन्द्र सिंह के पिता सतपाल अत्तरी, शहीद सिपाही जतिन्द्र कुमार के पिता राजेश कुमार आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डालते हुए रागी जत्थे द्वारा वैरागमयी कीर्तन कर शहीद को नमन किया गया। उसके बाद मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों की ओर से शहीद के चित्र समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि समारोह का आगाज किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि लेफ्टिनेंट कर्नल अर्चित गोस्वामी ने कहा कि शहीद लांसनायक संदीप सिंह जैसे जांबाजों की शहादत राष्ट्र की बहुमूल्य विरासत होती है, देश की भावी पीढ़ी को चाहिए कि इस विरासत को अपने दिलों में संजोकर रखते हुए शहीदों के सपनों को साकार करें। मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित 10 अन्य शहीद परिवारों को स्मृति चिन्ह व दोशाले भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर शहीद की यूनिट के कैप्टन प्रवीन कुमार, हवलदार रघुबीर सिंह, हवलदार गुरप्रीत सिंह, सर्वजीत सिंह, दलजीत सिंह, सरपंच अवतार सिंह, कुंदन सिंह घुमण, प्रीतम सिंह, नानक चंद आदि उपस्थित थे।

बेटा बोला : मैं भी बनंूगा पापा की तरह फौजी
शहीद लांसनायक संदीप सिंह के 8 वर्षीय बेटे अभिनव ने शहीद पिता को सैल्यूट करते हुए कहा कि वह भी अपने पापा के तरह फौजी अफसर बनकर देश सेवा कर उनका सपना साकार करेगा।

कर्नल बोले : मां, यूनिट के 5 सौ जवान हैं आपके बेटे
लेफ्टिनेंट कर्नल अर्चित गोस्वामी ने सभी शहीद परिवारों के चरण स्पर्श करते हुए नम आंखों से शहीद लांसनायाक संदीप सिंह की माता से कहा कि मां बेशक आपने अपना बेटा संदीप राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान कर दिया, मगर यूनिट के 5 सौ जवान भी आपके बेटे समान ही हैं तथा हम सब इस दुख की घड़ी में आपके साथ खडें हैं।

सीमा पर जांबाजों की शहादत आखिर कब तक : कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने कहा कि आतंक के पोषक पाकिस्तान ने कश्मीर में जो मिन्नी युद्ध छेड़ रखा है, उससे जूझते हुए हमारे जवान सीमा पर आखिर कब तक शहादतें देते रहेंगे। आतंक की नींव पर खड़े पाकिस्तान ने अगर आतंक को शह देना बंद न किया तो भारतीय सेना एक दिन उसका नाम विश्व के नक्शे से मिटा देगी। लांसनायक संदीप सिंह एक बहुत ही बहादुर सैनिक थे, जिन्होंने उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक में हिस्सा लेकर वहां के आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर अपनी वीरता का जौहर दिखाया था। उन्होंने कहा कि शहीद कभी नहीं मरते,बल्कि हमेशा अमर रहते हैं, मगर एक शहीद की मौत तब होती है, जब देशवासी उसकी शहादत को भुला देते हैं।