पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे तेज हो रही हैं हिंसक घटनाएं
मुकेरियां,16 दिसंबर(राजदार टाइम्स): पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का इतिहास बहुत पुराना है। इतिहास गवाह है कि जब भी सत्तारुढ़ दल को किसी विपक्षी पार्टी से कड़ी चुनौती मिलती है तो हिंसा की घटनाएं तेज हो जाती हैं। यह सिलसिला वाम मोर्चा और उससे पहले कांग्रेस की सरकार के दौर में जारी रहा है। इसी कड़ी में अब तृणमूल कांग्रेस को भाजपा की ओर से मिलने वाली कड़ी चुनौती की वजह से राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे जगह-जगह हिंसा की घटनाएं तेज हो रही हैं, जोकि बहुत ही निंदनीय है। यह शब्द भाजपा के जिला उपाध्यक्ष संग्राम सिंह ने कहे। उन्होंने कहा कि गत दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओ द्धारा एक साजिश के तहत किया गया हमला यह दर्शाता है कि जिस तरह पश्चमी बंगाल में भाजपा की लोकप्रियता बड़ी है तथा प्रदेश के लोग भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्धारा लोकहित में शुरू की गई योजनाओं से प्रभावित होकर भाजपा से जुड़ रहे है। इससे वंहा की मुख्यमंत्री बौखलाहट में भाजपा कार्यकर्ताओ व नेताओ को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोग अब भलीभांति समझ चुके है कि अगर राज्य में विकास व उनकी सुरक्षा कोई कर सकता है तो वह केवल भारतीय जनता पार्टी ही है। इस लिए आने वाले विधानसभा चुनावो में पश्चमी बंगाल में भाजपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बनने जा रही है।