कृषि सुधार कानूंनों को तुरंत रद्द किये जाने की मांग की
हरसा मानसर,8 दिसंबर(राजदार टाइम्स): केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार कानूनों को रद्द करने के लिए दिल्ली घेराव में गए हुए किसान संगठनों द्वारा भारत बंद के आह्वान का व्यापक असर देखने को मिला। मुकेरियां शहर व आसपास के गांवों और कस्बों में दुकानों और व्यवसायों को बंद करके किसानों का समर्थन किया गया। जबकि टोल प्लाजा हरसा मानसर पर 7 किसान संगठनों के नेतृत्व में विशाल रोष प्रदर्शन किया गया। इस रोष प्रदर्शन में विभिन्न गांवों के बच्चों, युवाओं और महिलाओं के समूहों ने भाग लिया। जिला सचिव बीबी सरबजीत कौर के नेतृत्व में आंगनवाड़ी वर्कर्स-हेल्पर्स एम्पलाइज यूनियन पंजाब (सीटू) इकाई मुकेरियां ने किसान संघर्ष को अपना समर्थन देने की घोषणा की।
रोष धरने को संबोधित करते हुए बीबी सुखविंदर कौर, बीबी सरबजीत कौर, जत्थेदार हरबंस सिंह मंझपुर, डॉ.जनमीत, मास्टर योध सिंह, नरिंदर सिंह गोली, सरबजोत सिंह साबी, प्रो.जीएस मुल्तानी, ओंकार सिंह पूराना भंगाला, लखवीर सिंह लख्खी माना, बलबीर सिंह मुकेरियां, गुरजिंदर सिंह मंझपुर, सुरजीत सिंह बिल्ला, अवतार सिंह बॉबी, विजय कुमार बहिबल मंज, अर्जन सिंह कजला, मास्टर स्वर्ण सिंह, धर्मेंद्र सिंह आदि ने केंद्र सरकार के कड़े रवैये की निंदा करते हुए कृषि सुधार अधिनियम सहित विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को तत्काल निरस्त करने की मांग की। नेताओं ने कहा कि दिल्ली मोर्चा सहित विभिन्न टोल प्लाजा पर विरोध तब तक बेरोक-टोक जारी रहेगा, जब तक कि केंद्र सरकार किसानों की मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं करती है और उक्त कानूनों को निरस्त नहीं करती। इस समय पर सुखदीप कौर, निशा सैनी हयातपुर, सचिव पद्मा देवी, नरिंदर कौर, ज्योति बाला, गंगा देवी, बंदना कुमारी, सुरिंदर कौर, सविता देवी, मीना, राधा देवी, सुषमा कुमारी, आशा रानी, उषा रानी, शुभ रानी, शुभ लता देवी, शशि बाला, मंजू बाला, रेखा रानी, बाबा मलकीत सिंह नौशहरा, भाई बलजीत सिंह मंझपुर, बिक्रमजीत सिंह अल्ला बख्श, प्रिंस कतना, रोहित दलमोत्रा, गुरजोत सिंह मुकेरियां, हरिंदर सिंह पुरेवाल, बलदेव सिंह कौलपुर, लखविंदर सिंह टिम्मी, अमरीक सिंह जलाला, अनिल ठाकुर मानसर, मेजर सिंह मेहतापुर, रविन्द्र सिंह पाहड़ा, सुखविंदर सिंह मौली, बलबीर सिंह बग्गू, भजन सिंह महिंदीपुर, गुलजार सिंह, बलकार सिंह महिंदीपुर, अवतार सिंह कोटली, बलजीत सिंह छन्नी नंद सिंह, जगजीत सिंह छन्नी, हरपाल सिंह चनौर, गुलशन ऋषिराज, हरजीत सिंह सहोता, जगदेव सिंह भट्टियां, अमरजीत सिंह कानूगो, हरपिंदर सिंह नागरा, अमरिंदर सिंह चन्नौर, डॉ.संतोख सिंह, अर्शदीप, सरूप सिंह, एडवोकेट गुरदीप सिंह, दविंदर सिंह पालकी, मनजीत सिंह गुरदासपुर, दर्शन सिंह छन्नी, रशपाल सिंह रंगा, सरपंच बलदेव सिंह हयातपुर, हरजिंदर सिंह, सरवन सिंह, उन्कार सिंह, दर्शन सिंह हयातपुर, मनजीत सिंह खानपुर, नरेश कुमार मानसर, मास्टर तरसेम सिंह महिताबपुर, लाखन मानसर, समिंदर सिंह छन्नी, निर्मल सिंह छन्नी, राकेश कुमार राजू भंगाला, हरदित सिंह मंझपुर, नानक सिंह पूराना भंगाला सहित बड़ी संख्या में किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों और पेंशनरों ने केंद्र सरकार की कट्टरता की निंदा की और संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।