कहा, जन्म से लेकर मृत्यु तक पालती है हमें गौ माता दूध पिला कर
कमाही देवी,(एसपी शर्मा): मां कामाक्षी दरबार में उपस्थित गोभक्तों के साथ विगत दिनों हुई गोहत्या के संदर्भ में चर्चा करते हुए और पुलिस को इसके विरोध में ज्ञापन सौंपते हुए तपोमूर्ति महंत राज गिरी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गाय का बड़ा महत्व बताया गया है। हमें गायों की प्रतिदिन सेवा के साथ-साथ पूजा भी करनी चाहिए।गाय की पूजा ईश्वर पूजा के समान मानी गई है।उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में गौ हत्या बढ़ गई है, यह भारत जैसे देश के लिए शर्म की बात है। गाय में ईश्वर का वास होता है, इसके बावजूद गायों को कत्ल किया जा रहा है। बूचडख़ानों खोले जा रहे हैं, जहां लाखों गौवंशों की निर्मम हत्या की जाती है।महंत जी ने कहा सरकार द्वारा एक तरफ बूचडख़ानों के लाइसेंस जारी किए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ गौ-रक्षा के लिए आयोग गठित किया जा रहा है।हमें आज भी तीन माताओं की आवश्यकता रही है। जननी माता, धरती माता और गौ-माता। जननी माता हमें जन्म देकर कुछ समय के लिए दूध पिलाती है। धरती माता हमारा भार सहन कर पालन-पोषण करती है। लेकिन गौ माता ही एक ऐसी मां है, जो हमें जन्म से लेकर मृत्यु तक दूध पिला कर पालती है। उन्होंने कहा कि जैसे प्रत्येक प्राणी जीना चाहता है, वैसे ही मूक पशुओं को भी जीने का अधिकार है। उन्हें मारा नहीं जाना चाहिए।मनुष्य गौ सेवा के साथ-साथ नेकी पर रहेगा तो वह जीवन में कभी असफल नहीं हो सकता है।इस अवसर पर रमन गोल्डी, बनवारी लाल, अजय शास्त्री, डॉ.सुभाष चन्द्र, शाम मुरारी, कैप्टन ओंकार सिंह, डॉ.रविंद्र सिंह तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।