शहीदों के परिवारों को मिले 25 लाख रुपए व सरकारी नौकरी
होशियारपुर,18 दिसम्बर(तरसेम दीवाना): बेगमपुरा टाइगर फोर्स की बैठक यहां मुख्य कार्यलाय में हुई। फोर्स के नेताओं ने जारी एक ब्यान में कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने किसान विरोधी जो तीन कानून बनाए गए हैं। उनके खिलाफ देश में समाज के हर वर्ग, चाहे वह किसी भी जाति धर्म का हो की तरफ से बड़े स्तर पर भागीदारी की जा रही है। आंदोलन का रूप अब इतना तीखा हो चुका है कि लोग भावुक हो कर और मोदी के खिलाफ गुस्सा जाहर करते आत्महत्या करने तक का बड़ा फैसला कर चुके हैं। गत दिनों एक धार्मिक महापुरुष की तरफ से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह संदेश देते हुए क्या हम इस संघर्ष में शहीद होना मंजूर करते हैं परंतु पीछे हटना या झुकना मंजूर नहीं के अनुसार अपने आप को गोली मार कर शहीद कर लिया। इस तरह इस संघर्ष में हिस्सा लेते कई योद्धाओ ने शहादतें प्राप्त की जिसमें कुलविन्दर सिंह बागपुर सतौर गाँव के निवासी भी मोदी खिलाफ जंग लड़ते हुए हमेशा के लिए अमर हो गया। संघर्ष में हिस्सा लेती कई योद्धाओं ने शहादतें प्राप्त की। नेताओं ने कहा कि समाज इनकी शहादतें को कभी भी नहीं भुलेगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की गंदी और घटिया राजनीति कभी नहीं देखी। नेताओं ने अन्य राजनैतिक पार्टियाँ पर आरोप लगाते हुए कहा कि क्या यह किसान हितैषी होने का सिर्फ ढोंग कर रहे हैं, नहीं तो बीजेपी के खिलाफ एकजूट हो कर किसानों के हक में पंजाब स्तर पर बड़े रोष प्रदर्शन हर रोज जारी होते परंतु यह राजनीति पार्टी के नेता सिर्फ एक दूसरे और कीचड़ उछाल कर मजा ले रहे हैं और किसान पहले की तरह आज भी मर रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि इस संघर्ष में जितने लोग शहीद हुए हैं। उन सभी के जानी माली नुक्सान का जिम्मेदार नरिन्दर मोदी और भाजपा है। इन पर मामला दर्ज करने की माँग बेगमपुरा टाइगर फोर्स करती है कि किसान संघर्ष में शहीद हुए साथियों और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 25 लाख रुपए तुरंत दिया जाये और इसके जिम्मेदार लोगों पर भी मामला दर्ज किया जाये। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सल्लन, राष्ट्रीय महासचिव अवतार बस्सी खवाजू, पंजाब अध्यक्ष तारा चंद, उपाध्यक्ष पंजाब नरेश कुमार बद्धण, चेयरमैन तरसेम दीवाना, अमरजीत संधी, सोमदेव संधी, बीरपाल, बब्बू सिंगड़ीवाल, जस्सी सिंगड़ीवाल, जतिन्दर जस्सा नन्दन, सुखदेव असलामाबाद, हँसराज राणा, असोक कुमार बहुत बसी आदि भी उपस्थित थे।