मुख्यमंत्री चन्नी का बठिंडा दौरा दिखा सादगीभरे अंदाज के लिए चर्चा में, एक किसान के घर खाई रोटी
बठिंडा,(हैप्पी जिंदल): पंजाब के मुख्यमंत्री श्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने सादगी भरे अंदाज के लिए चर्चा में रहे हैं। जिले के गांव चाओके में रविवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पहुंचे। किसान आंदोलन के दौरान टिकरी बॉर्डर दिल्ली में शहीद हुए 18 वर्षीय युवक जशनप्रीत सिंह के पिता गुरमेल सिंह को मुख्यमंत्री ने नौकरी के लिए नयुक्ति पत्र दिया। किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले युवक जशनप्रित सिंह के पिता गुरमेल सिंह ने कहा कि उन्हें नौकरी चाहे सरकार की तरफ से दी जा रही पर नौकरी उनके पुत्र की तरह सहारा नहीं बनेगी। कहा कि सरकार किसान आंदोलन के बारे में सोचे, अगर केंद्र सरकार कृषि कानूनों को ही वापिस लें तो दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों को बैठने की क्या जरूरत है। उन्होंने आम लोगों के साथ बैठकर रोटी खाई। उनके इस व्यवहार से लोग काफी खुश थे। वे आम लोगों की तरह अचार के साथ रोटी खाते हुए साफ नजर आ रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने संघर्ष के दौरान अपनी जान गंवाने वाले बठिंडा जिले के गांव मंडी कलां के एक खेत मजदूर सुखपाल सिंह (उम्र 30) के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए, केंद्र सरकार के काले खेती कानूनों के खिलाफ चन्नी और उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा आज मंडी कलां पहुंचे और मृतक मजदूर के बड़े भाई नाथा सिंह को नियुक्ति पत्र सौंपा।
गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने अमृतसर में एक चाय की दुकान पर चाय और केक का लुत्फ उठाकर सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद डीएवी उन्होंने छात्रों से मिलने के लिए विश्वविद्यालय में अपनी सुरक्षा को अलग रखा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सामान्य व्यवहार के लिए लोगों द्वारा उनकी सराहना की जा रही है।
मीडिया से चन्नी ने बनाई दूरी
गांव कटार सिंह वाला, नसीबपुरा, चाओके पहुंचे मुख्यमंत्री चन्नी ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। उक्त तीनों गांव के दौरे दौरान मीडिया ने चन्नी से बात करने का प्रयास भी किया लेकिन चन्नी ने कोई बात नही की।