कहा, पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य सभी किसानों से करते है प्यार
मुकेरियां,(राजदार टाइम्स):
किसान भाई पिछले एक साल से केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन काले कानूनों को वापस लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं जोकि घातक हैं। लेकिन केंद्र सरकार उनकी एक नहीं सुन रही है। ये तीन काले कानून भाजपा और अकाली दल द्वारा संयुक्त रूप से बनाए गए थे, जोकि उस समय भाजपा की सहयोगी थी। पंजाब की कांग्रेस सरकार भी कानून बनने से पहले जानती थी कि ये जनसंहार कानून बनाए जा रहे हैं। उस समय पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इन कानूनों के खिलाफ कुछ नहीं कहा। इन काले कानूनों के लागू होने के बाद भी इन पारंपरिक दलों ने सबसे पहले इन काले कानूनों और अकाली दल के पक्ष में बयान दिया। उस समय उन्होंने कहा था कि ये कानून किसानों के पक्ष में हैं, लेकिन जब इन दलों ने देखा कि हमारे किसान सडक़ों पर आ गए हैं और लोगों ने उन्हें गांवों में प्रवेश नहीं करने दिया तो उन्होंने तुरंत पाला बदल लिया। लोग अब साक्षर हैं, बहुत बुद्धिमान हैं, उनकी सभी चालों को जानते और समझते हैं। आम आदमी पार्टी उस दिन से इन कानूनों का विरोध कर रही है। जबसे अध्यादेश पारित किया गया था और किसानों के साथ खड़ा था और यह पूरी दुनिया जानती है। आम आदमी पार्टी संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 27 सितंबर को भारत बंद के आह्वान का पूरा समर्थन करती है और हमेशा की तरह हम इस भारत बंद में किसानों के रूप में भाग लेंगे। उपरोक्त टिप्पणियां आम आदमी पार्टी मुकेरियां के निर्वाचन क्षेत्र प्रभारी प्रो. जीएस मुल्तानी ने गांव बुधुपुर में खचाखच भरी सभा को संबोधित करते हुए की। उन्होंने कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है और हम सभी अपने किसानों से पहले प्यार करते हैं, बाकी सब कुछ बाद में आता है। आप को शुरू से ही दिल्ली सरकार का समर्थन मिलता रहा है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को याद है कि केंद्र सरकार ने आम आदमी पार्टी से किसानों के लिए नौ खेल स्टेडियम बंद करने को कहा था, जिसे केजरीवाल सरकार ने लिखित रूप में खारिज कर दिया था। इस समय पर दर्शन सिंह, जतिंदर शर्मा, बख्शीश सिंह फौजी, संजीव सोनी, अमरजीत अंबी, अवतार सिंह, सूबेदार मेजर अवतार सिंह, बलविंदर सोनी, अमरजीत सिंह, रजनी, हरभजन मसीह, नीना देवी, आशु, मल्कित मसीह, सुरेश कुमार के अलावा भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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