5वें शहीदी दिवस पर नम आंखों से स्मरण किए गए अजय सलारिया
दीनानगर,(राजदार टाइम्स):
भारतीय सेना की 10 जैक राइफल के शहीद नायक अजय सलारिया का 5वां श्रद्धांजलि समारोह शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की की अध्यक्षता में गांव दर्शोपुर में शहीद की याद में बने स्मारक पर आयोजित किया गया। जिसमें परिषद के अध्यक्ष व शहीद लेफ्टिनेंट गुरदीप सलारिया शौर्य चक्र के पिता कर्नल सागर सिंह सलारिया बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। इनके अलावा शहीद की माता किरण ठाकुर, पिता कैप्टन रछपाल सिंह सलारिया, बहन नीरु ठाकुर, भांजा शौर्यांश ठाकुर व भांजी सुकुन ठाकुर, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग पंजाब व चंडीगढ़ के उपाध्यक्ष कैप्टन फकीर सिंह, शहीद नायक अजय सलारिया सेवा समिति के महासचिव करणेश महाजन, शहीद की युनिट के नायब सूबेदार लखनपाल सिंह आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम शहीद नायक अजय सलारिया की माता किरण ठाकुर ने शहीद बेटे के चित्र के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का आगाज किया। श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि कर्नल सागर सिंह सलारिया ने कहा कि शहीद एक सच्चा संत सिपाही होता है, जिसके लिए राष्ट्र सर्वोपरि होता है। जिसकी सुरक्षा में वो अपने प्राणों की आहुति देकर अपना सैन्य धर्म निभा जाता है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की नींव शहीदों के बलिदान पर टिकी होती है, अगर नींव मजबूत होगी तो देश सुरक्षित व मजबूत होगा। इस नींव को मजबूत रखने के लिए हमें शहीदों के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके सपनों को साकार करना होगा। परिषद द्वारा शहीद के माता-पिता को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस मौके पर कैप्टन मोहिंदर पाल, कैप्टन सुरजीत सिंह, कैप्टन जरनैल सिंह, सूबेदार उत्तम सिंह सलारिया, सूबेदार सुरजीत सिंह, सूबेदार निरंजन सिंह, कैप्टन शक्ति सिंह, नायब सूबेदार मनोहर सिंह आदि उपस्थित थे।
पिता बोले-: बेटे की शहादत पर गर्व, मगर सरकार की उपेक्षा से हूं आहत
शहीद के पिता कैप्टन रछपाल सिंह ने नम आंखों से कहा कि अजय उनका इकलौता बेटा था। बेटे के जाने का दु:ख तो उन्हें बहुत है, मगर उसकी शहादत पर गर्व भी हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार की उपेक्षा से आहत हंै, क्योंकि जब उनका बेटा शहीद हुआ तो सरकार ने बेटे की याद में यादगिरी गेट व गांव के सरकारी स्कूल का नाम उसके नाम पर रखने की घोषणा की थी, मगर अफसोस बेटे की शहादत के पांच वर्षों बाद भी सरकार के वायदे वफा न हुए।

शहीदों के लहू से प्रज्जवलित है आजादी की शमां : कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि आज देशवासी आजादी की जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, उस आजादी रुपी शमां को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों ने अपने लहू से प्रज्जवलित करके रखा है। देश की भावी पीढ़ी का यह फर्ज बनता है कि यह शमां कभी बुझने न पाए, सभी मिलकर आपसी भाईचारे व देशभक्ति का तेल इसमें डालते रहें, जिससे हमारा भारत वर्ष हमेशा रोशन रहे। उन्होंने कहा कि जब तक नायक अजय सलारिया जैसे वीर सैनिक हमारी सीमाओं के प्रहरी हैं, कोई भी दुश्मन हमारे देश की एकता व अखंडता को भंग करने की जुर्रत नहीं कर सकता है।