बिहार निवासी पति-पत्नी और 5 बच्चों की मौत, बड़ा बेटा राजेश बचा
लुधियाना,(केजी शर्मा): स्थानीय टिब्बा रोड पर एक बहुत ही दर्दनाक घटना हुआ। यहां झोपड़ी में आग लगने से सात लोग जिंदा जल गए, सभी मृतक एक ही परिवार के सदस्य बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार स्थानीय टिब्बा रोड की मक्कड़ कालोनी स्थित कूड़े के डंप के पास बनी एक झुग्गी में मंगलवार देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने से एक ही परिवार के पांच बच्चों सहित सात लोगों की मृत्यु हो गई। मृतकों में दंपती, उनकी चार बेटियां और एक बेटा शामिल है। घटना का पता चलते ही फायर ब्रिगेड की टीम और थाना टिब्बा की पुलिस मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की टीम ने जब तक आग पर काबू पाया, उस समय तक सभी की मृत्यु हो चुकी थी। महानगर की डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक भी अधिकारियों के साथ पहले मौके पर और बाद में सिविल अस्पताल पहुंचीं। उन्होंने जांच का आदेश जारी किया। थाना टिब्बा की पुलिस ने सभी के कंकाल और शव निकालकर सिविल अस्पताल भेजे। बताया जा रहा है कि परिवार में एक ही युवक बचा है जोकि अपने दोस्त के घर सोने चला गया था। राजेश साहनी नामक युवक ने बताया कि वह मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं। वे पिछले करीब 15 वर्षों से कूड़े के डंप के पास ही मक्कड़ कालोनी में अन्य प्रवासी लोगों के साथ झुग्गी में रह रहे हैं। राजेश ने बताया कि उसके पिता का कबाड़ का काम था। वह झुग्गी वालों से कबाड़ खरीदकर आगे बेचते थे। इससे ही घर का पालन पोषण होता था।
लोगों ने शोर मचाया और आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को फोन किया। आग ज्यादा होने की वजह से किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि वह आगे जाकर किसी को बचा सकें। झुग्गी में परिवार के सात लोगों की जिंदा जलकर मौत की खबर मिलते ही महानगर की डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक और पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तभ शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां सारी जानकारी प्राप्त की और उसके बाद महानगर के दोनों अधिकारी सिविल अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टरों से जानकारी ली और मामले की जल्द जांच का आदेश जारी किया। पुलिस इस मामले को संदिग्ध मान कर भी जांच करने में जुटी है कि कहीं आग किसी ने तो नहीं लगाई?
इनकी हुई मृत्यु
मृतकों में सुरेश साहनी (52), उसकी पत्नी अरुणा देवी (52), बेटी राखी (15), मनीषा (10), गीता (8), चंदा (5) और दो साल का बेटा सन्नी शामिल हैं।