हरियाणा ने की सभी सीमाएं सील, किया भारी पुलिसबल तैनात
हरियाणा सरकार अलर्ट, शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती
अंबाला,25 नवंबर(राजदार टाइम्स): केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा नए कृषि बिलों पर भले ही देश के अन्य राज्यों के किसान धरना-प्रदर्शन कर शांत हो गए हों गए हो। मगर पंजाब के किसानों का विरोध लगातार जारी है। फि़लहाल, किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार एकदम अलर्ट पर है। वहीं सरकार अपने राज्य के किसानों को बार-बार यह समझाने की कोशिश कर रही है कि नए कृषि बिलों से उनको कोई नुक्सान नहीं होने वाला। वह किसी के बहकावे में न आएं। हरियाणा सरकार का ये भी कहना है कि इस कोरोना काल में आंदोलन एक बड़ा खतरा पैदा कर सकता है। इधर, किसानों को न मानता देख हरियाणा सरकार सख्ती भी बरत रही है। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में होने वाले किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा सरकार ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया है। शंभू बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की है। जिसके मध्यनजर पंजाब बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से अपील की है कि वह 25 नवंबर से लेकर 27 नवंबर तक के बीच बॉर्डर क्षेत्र में जाने से बचें, क्योंकि हरियाणा के सभी बॉर्डर सील रहेंगे।
दिल्ली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित
किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग बाधित रहेगा। प्रशासन ने रूट डायवर्ट किया है। जिन्हें चंडीगढ़ जाना है तो वह खरखौदा से रोहट नहर पुल से बड़वासनी से गन्नौर के रास्ते जीटी रोड से जाएंगे। किसानों ने राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में एकत्र होने के लिए कहा। प्रशासन को आशंका कि किसानो की आड़ में असामाजिक तत्व बवाल कर सकते हैं। इस पर नजर रखने के लिए डीसी ने आदेश जारी किए।