लुधियाना में शिअद को भी लगा बड़ा झटका
यूथ अकाली दल के जिलाध्यक्ष गुरदीप गोशा ने भी तकड़ी छोड़ पकड़ा कमल का फूल
दिल्ली/चंडीगढ़,(केजी शर्मा):
जब से देश के प्रधानमंत्री ने तीन कृषि कानूनो को वापिस लेने की घोषणा की है। उसके बाद से पंजाब में भाजपा की सदस्यता लेने वाले नेताओं की जैसे बाढ़ सी आ गई हो। पंजाब में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने उपरांत भारतीय जनता पार्टी ने अपने मिशन पंजाब को आगे बढ़ाया है। मंगलवार को फिर पंजाब के चार बड़े नेता भाजपा में शामिल हुए हैं। जिनमें दो बार के पूर्व विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के रिश्तेदार अरविंद खन्ना शामिल हैं। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल को लुधियाना में बड़ा झटका लगा है। जिला यूथ अध्यक्ष व शिरोमणि अकाली दल के जुझारू नेता गुरदीप गोशा ने आखिरकार पार्टी की तकड़ी छोड़ कमल का फूल पकड़ लिया। लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि गोशा टिकट नहीं मिलने से मायूस थे और वह किसी भी समय भाजपा में शामिल हो सकते हैं। मंगलवार को उन्होंने फेसबुक पर इस्तीफे की जानकारी देते हुए लिखा, ‘मैं शिरोमणि अकाली दल के सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं। भाजपा के पंजाब मामलों के प्रभारी गजेंद्र शेखावत ने कहा कि पूर्व विधायक अरविंद खन्ना भाजपा में शामिल हो गए हैं। हमें उम्मीद है कि इनके पार्टी में आने से राज्य में पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक अरविंद खन्ना के अलावा शिरोमणि अकाली दल के नेता गुरदीप सिंह गोशा, पटियाला शहर के बड़े नेता कंवर सिंह तथा अमृतसर से धर्मवीर सरीन भी भाजपा के साथ जुड़े हैं।

गौरतलब है कि 14 फरवरी को होने जा रहे पंजाब विधानसभा चुनावों को लेकर लुधियाना जिले में मुकाबला रोचक होने के आसार हैं। गोशा के भाजपा में शामिल होने से शिरोमणि अकाली दल को बड़ा नुकसान होगा, क्योंकि लुधियाना में पार्टी के सभी मोर्चों में वह मुख्य भूमिका अदा करते थे। लुधियाना पश्चिम से प्रत्याशी महेश इंदर सिंह ग्रेवाल की चुनाव मुहिम में वह बढ़-चढक़र हिस्सा ले रहे थे। उनके जाने से उनकी चुनाव मुहिम को भी झटका लगा है।