परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी
पंजाब सरकार उठाएगी पढ़ाई का सारा खर्च

लुधियाना,(केजी शर्मा/राजदार टाइम्स): कुछ दिन पहले बच्चे वंश की एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई थी। जिसमें वह परिवार की आर्थिक मदद के लिए सडक़ किनारे जुराब बेच रहा था। वंश का परिवार लुधियाना के हैबोवाल क्षेत्र में किराये के मकान में रहता है। इस वीडियो में वह एक कार चालक को 50 रुपये से कम में जुराब बेचने से इंकार कर देता है। यह वीडियो इतनी वायरल हुई कि सूूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तक पहुंच गई। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इस बच्चे और परिवार से वीडियो काल पर बात की। कैप्टन ने कहा कि उन्हें वंश के स्वाभिमान ने प्रभावित किया है।

शहर की सडक़ों पर अब 10 वर्षीय वंश पिता के साथ जुराबें नहीं बेचेगा। दूसरे बच्चों के साथ वह भी स्कूल जाएगा और पढ़ाई करेगा। उसकी पढ़ाई का सारा खर्च पंजाब सरकार उठाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को किया है। यही नहीं सरकार की तरफ से वंश के गरीब परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी। इस बच्चे की वीडियो को बड़ी संख्या में लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर देखा है और इसके स्वाभिमान की तारीफ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लुधियाना के जिलाधीश वरिंदर शर्मा को आदेश दिए हैं कि आर्थिक तंगी के कारण वंश ने स्कूल छोड़ दिया था। उसे फिर से स्कूल भेजा जाए। उसकी शिक्षा का पूरा खर्च पंजाब सरकार उठाएगी। गौर हो कि वंश के पिता परमजीत सिंह भी जुराब बेचने का काम करते हैं तथा मां रानी गृहणी है। आर्थिक तंगी के कारण बच्चा स्कूल छोडक़र पिता की तरह सडक़ किनारे जुराब बेचने लगा। वंश की तीन बहनें और एक बड़ा भाई है।