कांग्रेस ने 1975 में एमरजेंसी लगाकर भारत में की थी लोकतंत्र की हत्या : अविनाश राय खन्ना
1975 देश में एमरजेंसी के साथ कांग्रेस ने लिखा काला एतिहास : डॉ.रमन घई
होशियारपुर,(राकेश राणा): भाजपा स्पोटर्स सैल पंजाब ने 25 जून 1975 में कांग्रेस सरकार द्वारा देश में एमरजेंसी लगाकर जो काला अध्याय लिखा, उसके विरोध में जिलाध्यक्ष मोहित संधू की अध्यक्षता में आज काला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विशेष तौर पर उपस्थित होकर भाजपा के पूर्व सांसद व हिमाचल प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि 1975 में कांग्रेस ने एमरजेंसी लगाकर भारत में जो लोकतंत्र की हत्या की थी, उसे देश कभी भी भुला नहीं पाएगा। उन्होंने युवाओं को आपातकाल के समय कांग्रेस सरकार द्वारा देश की जनता संवैधानिक ढांचे तथा प्रैस के साथ-साथ जिस तरह अफसरशाही के साथ धक्का किया। उससे आज देश का हर वासी कांग्रेस को अच्छी नजर से नहीं देखता। उन्होंने कहा कि अपने निजी हितों व सरकार को बचाने के लिए जिस तरह प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में करीब 2 साल तक एमरजेंसी लगाकर गैर लोकतंत्र ढंग से शासन किया। उसकी तानाशाही की मिसाल सदियों तक देश वासियों के दिलों में ताजा रहेंगी। उन्होंने युवाओं को देश के प्रति इमानदारी व समर्पित भाव से कार्य कर देश को आगे लेकर जाने की बात कही। भाजपा स्पोटर्स सैल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.रमन घई ने कहा कि 25 जून 1975 में कांग्रेस ने एमरजेंसी लगाकर जो देश में काला एतिहास रचा, उसके लिए देश की जनता कभी भी कांग्रेस को माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि 1975 से 77 तक जिस तरह लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाकर संविधान की हत्या की गई। उसके लिए देश निवासी कभी भी कांग्रेस को अपने दिल में जगह नहीं देंगे। उन्होंने 25 जून को भाजपा स्पोटर्स सैल की तरफ से काले दिवस के रुप में मनाते हुए कार्यकर्ताओं से अपील की कि जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी देश को आगे लेकर जाने में दिन-रात लगे हुए हैं। उससे सरकार की जनहित नीतियों को घर-घर में पहुंचाकर एक बार फिर मोदी जी के हाथ मजबूत करने की बात कही। उन्होंने एमरजेंसी के दौर में तशदत का शिकार हुए लोगों, जिन्होंने अपने प्राणों के आहुति दी। उन्हें श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। इस अवसर पर डॉ.पंकज शर्मा, मनोज शर्मा, डॉ.राज कुमार सैनी, एडवोकेट नवजिंदर बेदी, डा. वशिष्ठ कुमार, गौरव शर्मा, बबलु कुमार, दिलजीत सिंह, वनीत प्रधान, जसवीर सिंह, हरीश बेदी, परमजीत राणा, वनीत पटियाल, गगन, मनोज कुमार आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।