कहा, ममता पर नंदीग्राम में जो हमला हुआ, वह टिपिंग पॉइंट था
कोलकाता,(राजदार टाइम्स):
पश्चिम बंगाल में हो रहे विधान सभा के चुनावों में टीएमसी को आज उस समय बल मिला जब देश के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा टीएमसी में शामिल हो गए। याद रहे कि टीएमसी में शामिल होने से पहले यशवंत सिन्हा वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री तथा विदेश भी मंत्री रह चुके है, शनिवार को भाजपा छोडक़र तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। यशवंत सिन्हा ने पार्टी के दफ्तर जाकर सदस्यता ली और पार्टी का झंडा लहराया। यहां एक समारोह में टीएमसी में शामिल होने के बाद उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा। सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय में जनमत में भरोसा किया जाता था लेकिन आज के समय में सरकार सिर्फ दबाव के जरिए अपनी जीत सुनिश्चित कर रही है। अकाली व बीजद ने भी बीजेपी को छोड़ दिया और अब बीजेपी के साथ है ही कौन। उन्होंने कहा कि ममता पर नंदीग्राम में जो हमला हुआ, वह टिपिंग पॉइंट था। तभी मैंने टीएमसी में शामिल होने और ममता को समर्थन देने का फैसला किया। आज देश एक अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहा है। लोकतंत्र की ताकत लोकतंत्र की संस्थाओं की ताकत में निहित है। याद रहे कि यशवंत सिन्हा पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा में थे। 24 वर्षों तक प्रशासनिक सेवा में काम करने के बाद उन्होंने 1984 में अपने पद से इस्तीफा देकर जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति में प्रवेश किया। 1988 में वे राज्यसभा सांसद बने। 1996 में सिन्हा बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने और 1998 में उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया। इसके अलावा उन्होंने वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री के तौर पर भी काम किया था। 2004 के चुनाव में हार के एक साल बाद वह फिर संसद सदस्य बने। जून 2009 में उन्होंने भाजपा के उपाध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया।

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