कहा, छात्रों की मदद को लेकर किया खारकीव व आसपास के देशों में रहने वाले दोस्तों से संपर्क
बोले, वहां हो रही है इंटरनेट की समस्या, इसलिए खुद को कर रहे हैं बेबस महसूस
अमृतसर,(राजदार टाइम्स):
केंद्र सरकार के रवैये और छात्रों तक किसी भी तरह की मदद नहीं पहुंचने की वजह से मैं बच्चों के पास पोलैंड जा रहा हूँ। यह शब्द लोकसभा सदस्य गुरजीत सिंह औजला ने पोलैंड रवाना होने से पहले कहे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर हमले के बीच बड़ी संख्या में हमारे छात्र खारकीव में फंसे हैं। वहां फंसे छात्र रोमानिया और अन्य देशों की सीमा से डेढ़ हजार किलोमीटर दूर हैं और बॉर्डर पहुंचने में उन्हें मुश्किल हो रही है। उन्होंने पोलैंड तथा आस-पास के क्षेत्रों में मौजूद पंजाबियों से अपील की कि वह वहां फंसे पंजाबी छात्रों के लिए परिवहन की व्यवस्था करें, जिससे वह सीमा तक पहुंच सकें। परिवहन का भुगतान वह खुद करेंगे। इसको लेकर उनकी केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भी बात हुई और वह विदेश मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में हैं। अभी तक उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। सांसद औजला ने कहा कि उन्होंने छात्रों की मदद को लेकर खारकीव तथा आस-पास के देशों में रहने वाले अपने दोस्तों से संपर्क किया, लेकिन इस वक्त वहां इंटरनेट की समस्या हो रही है। इसलिए वह खुद को बेबस महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बेबसी में पोलैंड जाने का निर्णय लिया है। जिससे वहां छात्रों को खाना पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें वापस लाने के भी प्रयास करेंगे। खारकीव में बंकर और अन्य जगहों पर फंसे छात्र रोमानिया और अन्य देशों की सीमा से लगभग डेढ़ हजार किलोमीटर दूर हैं। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में हो रही भीषण बमबारी के बीच छात्रों का सीमा तक पहुंचना मुश्किल है। उन्होंने पोलैंड और आस-पास के देशों में रहने वाले पंजाबियों से छात्रों को हर तरह की मदद मुहैया करवाने की अपील की

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