कहा, ऐसे लोग आपसी भाईचारे में फैलाते हैं नफरत
मुकेरियां,9 दिसंबर(राजदार टाइम्स): भारत में नारी को माता, बहन, बेटी के रूप में आदर्श व सम्माननिय माना जाता है। सभी धर्मो में नारी की मर्यादा को विशेष महत्व है। क्या किसी पुरुष को ये अधिकार है कि वह किसी विशेष धर्म की समस्त नारी जाति पर सार्वजनिक स्थल पर अपमानजनक टिप्पणी करे और मंच पर उपस्थित लोग इस पर कोई प्रतिक्रिया भी ना करें यह सभ्य समाज का कौन सा रूप है। यह शब्द भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश महासचिव प्रदीप सिंह प्लाहा ने कहे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों किसान आंदोलन की आड मे ऐसी घटिया मानसिकता वाले लोगों से सभी को सतर्क रहने की जरूरत है। क्योंकि ऐसे लोगों का उद्देश्य समाज में नफरत फैला खुद को दिखाना होता है व अन्य लोगों की भावनाओं को उकसाना होता है। क्यों ऐसे लोग भूल जाते है कि महान योद्धा शिवाजी महाराज व महाराजा जस्सा सिंह रामगडिया जैसे शूरवीरों ने नारी सम्मान के अनेकों उदाहरण समाज को दिए। योगराज सिंह को उनकी माता ने कैसे संस्कार दिए है कि नारी सम्मान की मर्यादा ही भूल गए और अति शर्मनाक वक्तव्य दे डाला। उनका कृत्य क्षमा योग्य नहीं है समाज को ऐसी मानसिकता वाले लोगों का बहिष्कार करना चाहिए। प्लाहा ने कहा कि मुद्दा किसानों के आंदोलन का कृषि बिलों पर आधारित था। किसानों के मंच पर जिसमें हिन्दू, सिख संयुक्त रूप में आंदोलन का संचालन कर रहे हैं ना कोई नारी के प्रति चर्चा व ना ही नारी के प्रति कोई मुद्दा था। फिर भी ऐसी घटिया सोच वाले व्यक्ति को नारी सम्मान के विरुद्ध वक्तव्य देने के पीछे क्या मंशा थी। क्या यह किसी गहरे षड्यंत्र के तहत ऐसा बयान जारी तो नहीं किया गया, इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए।

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