शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने दिया देश की एकता अखंडता की रक्षा करते हुए अपना बलिदान : मनोरंजन कालिया
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने भी मुखर्जी के बलिदान दिवस पर एकता स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाकर शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि
माधोपुर/पठानकोट,(बिट्टा काटल): जन संघ के संस्थापक पूर्व केंद्रीय मंत्री शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर माधोपुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग के किनारे बने एकता स्थल पर बलिदान दिवस मनाया गया। जिसमें मुख्य रुप से भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं पंजाब के पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया उपस्थित हुए। उन्होंने शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प माला पहनाते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मनोरंजन कालिया ने कहा कि शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की एकता अखंडता की रक्षा करते हुए अपना बलिदान दे दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जाने पर पहले लखनपुर में परमट लेना पड़ता था, तभी हम लोग जम्मू-कश्मीर जा सकते थे। परमट के विरोध में शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने प्रण किया कि वे बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर जाएंगे, क्योंकि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। जिसके तहत बिना परमिट जम्मू-कश्मीर में घुसे और उन्हें तब की सरकार ने गिरफ्तार कर लिया और वहां पर ही शहीदी हो गए। शहीद के सपने को साकार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाकर शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया बताया कि 23 जून 2005 को जब-तब के बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी जम्मू-कश्मीर जा रहे थे तो उस समय वह भी उनके साथ थे और तब लाल कृष्ण आडवाणी ने कहा था कि जहां से मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया, वहां पर शहीद का स्मारक बनना चाहिए और आज माधोपुर में शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी का स्मारक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि 20 मार्च 2010 को माधोपुर एकता स्थल का उद्घाटन हुआ। जिसमें सरसंघचालक मोहन भागवत, लाल कृष्ण आडवाणी, प्रकाश सिंह बादल, प्रेम कुमार धूमल आदि कई बड़े नेता शामिल हुए थे। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पूर्व जब भाजपा ने उन्हें कम्पेन कमेटी का चेयरमैन बनाया था तो उन्होंने माधोपुर में ही बड़ी रैली कर कर यहां से ही चुनावों की शुरुआत की थी और आज लगातार9 वर्षों से देश की सेवा कर रहे हैं। इस अवसर पर रजत महिंदरू, डॉ.रमेश कंबोज, विपन शर्मा, विनय कुमार, गुरमीत सिंह, बलिया, जोगी शर्मा आदि भी उपस्थित थे।
उधर माधोपुर स्थित एकता साल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा, विधान सभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर दिनेश बब्बू, जिलाध्यक्ष विजय शर्मा, पूर्व नगर कौंसिल अध्यक्ष रूप लाल, पूर्व जिलाध्यक्ष विपिन महाजन, नेता राकेश शर्मा, युद्धवीर पठानिया, योगेश ठाकुर, मंडल अध्यक्ष जगमोहन सिंह जग्गा, विजय काटल, अनिल वासुदेवा आदि विशेष रूप में उपस्थत हुए। इस अवसर पर नेताओं की तरफ से शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि कर उन्हें श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी गई। प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि अगर आज हम जम्मू-कश्मीर बिना परमिट जा रहे हैं तो इसका श्रेय शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी को ही जाता है, क्योंकि उन्होंने अपनी गिरफ्तारी, जब वह माधोपुर से आगे बढ़े और जम्मू-कश्मीर की सरकार ने उन्हें रावी के पुल पर ग्रिफ़्तार कर लिया और जम्मू-कश्मीर में ही श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने शहीदी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि उसके बाद आज देश का प्रत्येक नागरिक बिना परमिट जम्मू-कश्मीर में आ जा सकता है। शर्मा ने कहा कि शहीद श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश की अखंडता के लिए अपना बलिदान दे दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके सपनों को साकार करते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटा कर उन्हें सच्ची-सच्ची श्रद्धांजलि दी।