वर्ष 1971 की जंग के योद्घा शहीद सिपाही मोहन की शहादत को किया नमन
पठानकोट,9 दिसंबर(बिट्टा काटल राजदार टाइमस ब्यूरो): वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्घ में शहादत का जाम पीने वाले सेना मैडल विजेता शहीद सिपाही मोहन सिंह चिब का 49वां श्रद्घांजलि समारोह शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की की अध्यक्षता में मोहल्ला आनंदपुर टंकी के पास शहीद की याद में बने स्मारक पर आयोजित किया गया। जिसमें शहीद लेफ्टिनेंट गुरदीप सलारिया शौर्य चक्र के पिता व परिषद के अध्यक्ष कर्नल सागर सिंह सलारिया बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा शहीद के छोटे भाई ठाकुर जीवन सिंह चिब, भतीजे सचिन ठाकुर, अक्षय ठाकुर व सुनील ठाकुर, विधायक अमित विज के भाई युवा कांग्रेसी नेता आशीष विज, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, पारस कश्यप, डॉ.राज ठुकराल, वरिन्द्र सहदेव आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को श्रद्घासुमन अर्पित किए। सर्वप्रथम मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्वलित कर व शहीद की प्रतिमा को हार पहना कार्यक्रम का आगाज किया।

श्रद्घांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि कर्नल सागर सिंह सलारिया ने कहा कि वीर सैनिक एक सच्चा संत सिपाही होता है। जिसके लिए सबसे पहले उसका देश, उसकी युनिट व उसके जवान तथा अंत में उसका अपना परिवार आता है। एक सैनिक कभी भी रोटी कमाने का सपना लेकर सेना में नही जाता, बल्कि परिवारिक संस्कार उसे इस काम के लिए प्रेरित करते हंै। हर देशवासी को एक बार सरहद पर जाकर देखना चाहिए कि हमारे सैनिक किन कठिन परिस्थितियों में ड्यूटी देते हैं ताकि देशवासी सुरक्षित रह सके। ऐसे में देशवासियों का भी यह फर्ज बनता हैं कि अपने सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें। जिससे उनका मनोबल ऊंचा हो। इस अवसर पर रोहित स्याल, अश्विनी सल्होत्रा, पूनम सहदेव, कनिका राजपूत, अजय सल्होत्रा, मदन मोहन, अभय, भनू, गौरव, अश्विनी शर्मा आदि उपस्थित थे।

शहीदों का कर्जदार है देश का हर नागरिक : आशीष विज
कांग्रेसी नेता आशीष विज ने कहा कि शहीद सिपाही मोहन सिंह जैसे जाबांजों की अमूल्य शहादत का देश का हर नागरिक हमेशा कर्जदार रहेगा। जिन्होंने देश के आने वाले कल के लिए अपना आज कुर्बान कर दिया। इन शूरवीरों की शहादत का मोल कोई भी सरकार अदा नहीं कर सकती, मगर इनके परिजनों को उचित सम्मान देकर हम इस रणबांकुरों की शहादत की गरिमा को बहाल रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद की याद में बने इस पार्क की शीघ्र ही कायाकल्प कर इसमें लाइटें लगा दी जाएगी।

विपत्ति में ही याद आता है सैनिक : कुंवर विक्की
कुंवर रविन्द्र विक्की ने कहा कि जब भी देश पर कोई विपत्ति आती है तो सारा देश अपने सैनिकों की तरफ देखता है, मगर मुसीबत के बादल छंटते ही देशवासी अपने सैनिकों की तरफ पीठ मोडकऱ खड़े हो जाते हंै। उन्होंने कहा कि शहीद सिपाही मोहन सिंह जिले के पहले ऐसे सैनिक है, जिन्होंने 1971 की भारत-पाक जंग में 21 वर्ष की अल्पायु में अपना बलिदान देकर जिले का नाम रोशन किया था। ऐसे में सभी शहरवासियों का फर्ज बनता है कि इनके श्रद्घांजलि समारोह में बढ़ चढकऱ भाग लें तथा उनके परिजनों का हर जगह सम्मान करें। इस अवसर पर डॉ.राज ठुकराल द्वारा शहीदों को समर्पित कविता सुनाकर सब की आंखें नम कर दी।

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