भारतीय सेना ने कैप्टन अरुण जसरोटिया अशोक चक्र की शहादत को किया नमन
पठानकोट,(रणधीर सिंह बिट्टा):
लगभग 26 वर्ष पहले जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा सैक्टर की लोलाब घाटी पर पाक प्रशिक्षित आतंकियों से लड़ते हुए सेना की 9 पैरा स्पैशल फोर्स के कैप्टन अरुण जसरोटिया अशोक चक्र, सेना मैडल व निशान-ए-खालसा के बलिदान दिवस पर देर शाम सेना के सब एरिया द्वारा टैंक चौंक के नजदीक बने शहीदी स्मारक जहां शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया की प्रतिमा लगी है, पर एक प्रभावशाली श्रद्घांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया के पिता रिटा.कर्नल प्रभात जसरोटिया, भाई राकेश जसरोटिया व शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की, प्रैस सचिव बिट्टा काटल विशेष तौर पर शामिल हुए। सर्वप्रथम शहीद के पिता कर्नल प्रभात जसरोटिया, भाई राकेश जसरोटिया व सैन्याधिकारियों ने शहीद कैप्टन जसरोटिया की प्रतिमा समक्ष रीथ चढ़ा व पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी शहादत को नमन कर सैल्यूट किया। सेना के जवानों द्वारा शस्त्र उलटे कर बिगुल की मातमी धुन के साथ शहीद को सलामी दी। इस अवसर पर सैन्याधिकारियों व जवानों ने शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया के अलावा स्मारक में लगी अन्य शहीदों की प्रतिमाओं के समक्ष व सेना द्वारा शहीद की याद में निर्मित अरुण जसरोटिया द्वार पर मोमबत्तियां प्रज्वलित व पुष्पांजलि अर्पित कर इस अमर योद्घा की शहादत के गौरव व गरिमा को बढ़ाया।

स्वर्णिम विजय मशाल का स्वागत कर गौरवान्वित हुए शहीद के पिता
सब एरिया द्वारा आयोजित इस गौरवशाली कार्यक्रम को उस समय और अधिक बल मिला, जब सेना द्वारा 1971 भारत-पाक युद्घ की जीत को समर्पित भारत की चारों दिशाओं में निकाली जा रही स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनी व स्वर्णिम विजय मशाल का स्वागत करते हुए शहीद के पिता कर्नल प्रभात जसरोटिया ने खुद को गौरवान्वित महसूस किया, क्योंकि वह खुद भी भारत-पाक युद्घ में हिस्सा लेकर अपनी वीरता का जौहर दिखा चुके हैं।
भाई बोला-ऐसे कार्यक्रम बढ़ाते है शहीद परिवारों का मनोबल
शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया के भाई राकेश जसरोटिया ने कहा कि शहीदों के सम्मान में आयोजित ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होकर शहीद परिवारों का मनोबल बढ़ता है और वह यह महसूस करते हैं कि बेशक उन्होंने अपने घरों के चिराग राष्ट्र की बलिवेदी पर कुर्बान कर दिये, मगर कोई तो है जो उनके लाडलों की शहादत की गरिमा को बहाल रखे हुए है।

सेना ही सही मायनों से करती है शहीदों का सम्मान : कुंवर विक्की
परिषद के महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की ने शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया की स्मृति में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम के लिये सब एरिया कमांडर व उनकी पूरी टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सेना ही सही मायनों में शहीदों व उनके परिजनों क दिल से सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अरुण जसरोटिया अशोक चक्र की शहादत के 26 वर्षों बाद भी सेना द्वारा उनके परिजनों को इस कार्यक्रम में निमंत्रित कर जो मान सम्मान दिया, उससे उनका मनोबल ऊंचा हुआ है तथा उनके पिता को अपने बेटे की शहादत पर गर्व है, जिसने अपना बलिदान देकर अपनी यूनिट व उनका नाम सारे देश में रोशन किया है।

Previous articleचन्नी के नेतृत्व में पंजाब सर्वश्रेष्ठ शिक्षा हब के रूप में उभरेगा : डॉ.कटारिया
Next articleਭਵਾਨੀਗੜ੍ਹ ਵਿੱਚ ਬਠਿੰਡਾ-ਚੰਡੀਗੜ੍ਹ ਨੈਸ਼ਨਲ ਹਾਈਵੇਅ ਕੀਤਾ ਜਾਮ