2422 केसों की हुई सुनवाई 15,40,11,137 रुपए के अवार्ड पास
वर्षों से लंबित पड़े वैवाहिक झगड़े, डिवोर्स पटीशन व अन्य केस आपसी रजामंदी से निपटाए
होशियारपु,(राजदार टाइम्स):
जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी होशियारपुर की ओर से पंजाब स्टेट कानूनी सेवाएं अथारिटी के निर्देशों पर जिले में इस वर्ष की चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान कुल 2422 केसों की सुनवाई करते हुए 1326 केसों का मौके पर निपटारा करने के साथ-साथ 15,40,11,137 रुपए के अवार्ड पास किए गए। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में 138 नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट (पेंडिंग व प्री-लिटिगेशन बैंक रिकवरी मामले व लेबर डिस्पयूट मामले) एम.ए.सी.टी मामले, बिजली व पानी बिल (एक्सक्लयूडिंग नान-कंपाउंडेबल), वैवाहिक विवाद, ट्रैफिक चालान व अन्य सिविल मामलों के केस रखे गए। जिला एवं सत्र न्यायधीश -कम-चेयरमैन जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी अमरजोत भट्टी के नेतृत्व में लगाई गई लोक अदालत के बारे में जानकारी देते हुए सी.जे.एम-कम-सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी अपराजिता जोशी ने बताया कि इस लोक अदालत में होशियारपुर में 11 बैंच व सब डिविजन दसूहा में 4 बैंच, मुकेरियां व गढ़शंकर में 3-3 बैंचों का गठन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश संदीप सिंह जोसन की ओर से वर्ष 2018 से चल रहे केस का निपटारा किया गया, जिसमें धारा 138 एन.आई एक्ट के अंतर्गत यह केस जे.एम.आई.सी की कोर्ट में पहले चल रहा था व दोषी को 1 वर्ष की सजा सुनाई गई थी। यह केस में कंपरमाइस होने के लिए चल रहा था और पिछली कई लोक अदालत में भी लगता रहा। इसके बाद इस केस को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश संदीप सिंह जोसन व जिला एवं सत्र न्यायधीश अमरोजत भट्टी की ओर से आज राष्ट्रीय लोक अदालत में सैटल किया गया।

इसी तरह अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश पुनीत मोहन शर्मा की ओर से आपसी रजामंदी से दस वर्ष पुराना केस सर्बजीत सिंह बनाम हरविंदर कौर को सैटल करवाया गया। सर्बजीत सिंह व हरविंदर कौर की शादी 2010 में हुई थी व विवाह के कुछ समय बाद ही इनका आपसी झगड़ा शुरु हो गया। इस दौरान सर्बजीत की ओर से डिवोर्स पटिशन कोर्ट में फाइल की गई थी, इस दौरान अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश पुनीत मोहन शर्मा, समाज सेवक दविंदर कुमार शर्मा व एडवोकेट कमलजीत सिंह नूरी की ओर से मिलकर दोनों पक्षों में रजामंदी करवाई गई व इनकी ओर से डिवोर्स पटिशन भी वापिस ले ली गई और करीब 10 वर्ष पुराना झगड़ा खत्म हो गया। इसी प्रकार एक अन्य केस जसवीर सिंह बनाम सर्बजीत कौर डिवोर्स पटिशन में माननीय जज साहिब ने आपसी राजीनामे से लडक़ी व लडक़े का झगड़ा सुलझाया व खुशी-खुशी उनको घर भेजा। अन्य मामले में सतपाल सिंह बनाम मनीषा भाटिया डिवोर्स पटिशन का केस चल रहा था, इस केस में एडवोकेट शक्ति सिंह सैनी व विशाल कुमार नंदा की सहायता से इस केस को सैटल किया गया। इसके अलावा एक केस गगनदीप बनाम अनीता रानी धारा 9 हिंदू मैरिज एक्ट में दोनों पक्षों के आपसी रजामंदी से राष्ट्रीय लोक अदालत में फैसला किया गया। सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी अपराजिता जोशी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अधिक से अधिक केस लोक अदालत में लगाए जाएं क्योंकि इससे समय व धन दोनों की बचत होती है। लोक अदालत के फैसले को दीवानी डिकरी की मान्यता प्राप्त होती है व लोक अदालत में केस का फैसला अंतिम होता है व इसकी कोई अपील नहीं होती। लोक अदालत में फैसला होने के बाद केस में लगी सारी कोर्ट फीस वापिस मिल जाती है। इस लिए लोग अधिक से अधिक केसों का निपटारा इन लोक अदालतों के माध्यम से करवा कर लाभ प्राप्त करें। उन्होंने लोगों को अपील करते हुए कहा कि 11 दिसंबर 2021 को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक लोग अपने केसों को लोक अदालत में लगाकर इसका फायदा उठाएं।