बोले, करते हैं 7 एकड़ जमीन में गेहूं, धान के अलावा सोयाबीन तथा मसूर की खेती
भंगाला,(राजदार टाइम्स):
क्षेत्र के एक प्रगतिशील किसान राजेश सैनी को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान दिल्ली द्वारा 2022 के इनोवेटिव किसान पुरस्कार के लिए चुना गया है। राजेश सैनी को दिल्ली में 9 से 11 मार्च तक होने वाले पूसा कृषि विज्ञान मेले के दौरान यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। जानकारी देते हुए राजेश सैनी ने बताया कि वह कृषि विभाग के निर्देशानुसार पिछले 12 वर्षों से खेती कर रहे हैं और पिछले दस वर्षों से बिना आग लगाए खेतों में धान की पराली का प्रबंधन कर रहे हैं। इसके अलावा और किसानों को भी प्रेरित किया जा रहा है। सैनी ने बताया कि उनकी 7 एकड़ जमीन में गेहूं और धान के अलावा, वे सोयाबीन और मसूर की खेती करते हैं। जबकि उन्होंने खेत में धान की पराली को खेतों में ही मिलाने के लिए आईसीएआर दिल्ली की मदद से वर्ष 2019 में पूसा डीकम्पोजर ट्रायल स्थापित किया था, जोकि बहुत ही सफल रहा। उन्होंने बताया कि वह कृषि विभाग के सहयोग से अन्य किसानों को भी विभिन्न जागरूकता शिविरों के माध्यम से इस तकनीक के उपयोग के बारे में जागरूक कर रहे हैं। इससे पहले जिलाधीश होशियारपुर व कृषि विज्ञान केंद्र होशियारपुर ने भी उन्हें उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया था। जबकि शारदा विश्वविद्यालय गुडग़ांव का कृषि विभाग भी डीकंपोजर प्रयोग के लिए उनकी मदद से कार्य कर रहा है। राजेश सैनी ने क्षेत्र के सभी किसानों से अपील की कि वे फसली अवशेष और पराली का प्रबंधन डीकंपोजर विधि से करें। प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा ब्लॉक कृषि अधिकारी विनय कुमार, कृषि विकास अधिकारी कंवलदीप सिंह और गगनदीप सिंह ने कहा कि राजेश सैनी को इनोवेटिव किसान के रूप में सम्मानित किया जाना मुकेरियां क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राजेश सैनी जैसे प्रगतिशील किसान उन सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं जोकि कृषि विभाग के निर्देशानुसार गेहूं के नाड़, धान की पराली और अन्य फसली अवशेषों को खेतों में निस्तारित करना चाह रहे हैं।

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