मुकेरियां,(राजदार टाइम्स): पगड़ी संभाल जट्टा लहर की अहम बैठक नजदीकी गांव नौशेहरा पत्तन में संगठन के हलका संरक्षक जगदेव सिंह भट्टियां की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक के दौरान किसानों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई और पगड़ी संभाल जट्टा लहर के आगामी कार्यों के लिए रणनीति तैयार की गई। सभी कार्यकर्ताओं ने शुगर मिल द्वारा गन्ना मांग पर्ची के वितरण के संबंध में गन्ना उत्पादकों की शिकायतों पर गंभीरता से चर्चा की और मिल द्वारा गन्ने की बकाया राशि को नियमित रूप से दिये जाने के लिए किसानों की एक बड़ी बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया।बातचीत करते हुए बलदेव सिंह सेखवां, आसा सिंह भंगाला, बलजीत सिंह नीटा, टीटा धनोआ, सौरभ मिन्हास बिल्ला, बलजिंदर सिंह चीमा, जौनी पसवाल आदि ने कहा कि गन्ना उत्पादकों का हर साल निजी चीनी मिलों द्वारा शोषण होना आम बात हो गई है व मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान भी मनमाने ढंग से किया जाता है। उन्होंने कहा कि गन्ना मांग पर्ची में देरी गन्ना उत्पादकों के लिए हानिकारक साबित हो रही है और गन्ना पेराई के इंतजार में गन्ने का एक बड़ा रकबा खराब मौसम से पीड़ित हो रहा है। हर हाल में गन्ना उत्पादकों को ही परेशानी हो रही है और उन्हें अपना गन्ना बेचने के लिए दूर दराज की चीनी मिलों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। किसानों ने रोष जताया कि समय की enscape 3 crack सरकारें भी गन्ना किसानों को धोखा दे रही हैं और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा गन्ना किसानों को 35 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किये जाने का फैसला भी अधूरा पड़ा है जिससे किसानों में रोष की लहर है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की गलत नीतियों के कारण किसान शोषित होने को मजबूर हैं और हर फसल की बुवाई के समय उन्हें कभी यूरिया और कभी डीएपी खाद की कमी से जूझना पड़ता है। किसानों ने कहा कि वर्तमान में मुकेरियां निर्वाचन क्षेत्र में डीएपी उर्वरक की भारी कमी है जबकि गन्ना और अन्य फसलों की बुवाई के लिए डीएपी उर्वरक की भारी मांग है।किसान नेताओं ने राज्य सरकार और डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर से शुगर मिल मुकेरियों को कैलेंडर प्रणाली को पारदर्शी तरीके से लागू करने और गन्ना मांग पर्ची को ठीक से वितरित करने का निर्देश देने सहित गन्ना काश्तकारों को 35 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान भी तुरंत उनके खातों में जमा किये जाने की अपील की। इसके साथ ही किसानों ने डीएपी खाद की कमी को दूर कर किसानों को सही मात्रा में खाद उपलब्ध करवाए जाने की मांग की। नेताओं ने चेतावनी दी कि समय पर मांगें नहीं मानी गईं तो संगठन तीखा संघर्ष करेगा।