होशियारपुर,(तरसेम दीवाना): पंजाब रोडवेज रिटायर्ड इम्पलाईज वैल्फेयर एसोसिएशन (रजि:) की एक बैठक अध्यक्ष रणजीत सिंह मुल्तानी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में नये आये सदस्य हरजिन्द्र पाल मकैनिक जालन्धर डिपू, मंगल सिंह प्रवासी भारतीय, होशियरपुर डिप्पू तथा जीत सिंह इंस्पैक्टर होशियारपुर डिप्पू को एसोसिएशन में शामिल होने पर सम्मानित किया गया। बैठक में विशेष रूप से हरभजन सिंह दूहड़े, सुरिन्द्र सिंह बरियाना, मक्खन सिंह नरियाल, बलविन्द्र सिंह गढ़शंकरी, कुलदीप सिंह अजड़ाम तथा मंगल सिंह बिलासपूरी यह सभी प्रवासी भारतीय शामिल हुए का जिनका जोरदार स्वागत किया गया। अध्यक्ष रणजीत सिंह मुल्तानी ने सम्बोधन करते हुए कहा कि मुलाज़म/पैन्शनरों के दुश्मन चन्नी तथा मनप्रीत की हार नये शासको के लिए एक सबक है। पिछली सरकार ने पैन्शनरों के साथ कैसे धोखा किया। 01-01-2015 को 113 प्रतिशत डी.ए मिलता था। जबकि 31-12-2015 को मिलते डी.ए पर पैन्शन देनी बनती थी। अब भी यही मांग है कि 2016 से पहले तथा बाद का 2.59 का फैक्टर दिया जाये। उन्होंने कहा कि सभी पैन्शनरों ने आम शिकायत की है कि पंजाब नैशनल बैंक ने 6वें तनख्वाह-कमिशन के बकाये सही नही डाले। बैंक में जाकर पूछने पर बैंक के मुलाज़म गलत तरीके से पेश आते थे। इसलिए पैन्शनर पी.एन.बी बैंक में से अपने खाते किसी और बैंक में शिफ्ट करने की मांग करने लगे हैं। महासचिव ज्ञान सिंह भलेठू ने भी केन्द्र तथा प्रदेश की सरकारों पर दोष लगाते हुये कहा कि बैंको ने मुलाज़मों के ई.पी.एफ/जमा खातों पर व्याज की दर कम कर दी है। जिससे उनकी आमदन को और भी खोरा लग गया है। मुलाज़मों से 2004 के बाद की पैन्शन का हक छीन लिया है। जमा राशि पर व्याज ही एक आमदन का साधन था। उन्होंने यह भी मांग की कि 01-07-2015 से पैंडिग पड़े डी.ए. का बकाया जारी किया जाये। केन्द्र पैटर्न पर 31 प्रतिशत डी.ए जारी किया जाये। संयुक्त सचिव हरजीत सिंह खालास ने मांग की कि पंजाब सरकार लोगों को बढिय़ा सेहत सहूलतों का वायदा करके सत्ता में आई थी। इसलिए मुलाज़मों को भी जल्द से जल्द कैशलैस स्कीम लागू करे। सरकारी मुलाज़मों के करोड़ों के बिल बकाये पड़े हैं, अगर मुलाज़म इलाज से बच गया था तो कजऱ्ेे पकड़ कर बिलों के पैसे उतारने के इन्तज़ार में मर रहा है मतलब मरीज मर गया पर उसके बिल पास नही हुये। खालसा ने मांग की कि 01-01-2016 के पैन्शनरों की विधवा, तलाकशुदा, आशिरत लड़कियों को 6वें तनख्वाह कमिशनर की सिफारिश पर वित्त विभाग की प्रवानगी अनुसार फैमिली में शामिल करने का पत्र जारी किया जाये तथा अपंग पैन्शनरों को लगातार सहायक भत्ते के तौर पर राशि देने की सिफारिश की है तथा उनका ढंग तरीका भी जारी किया जाये। इस समय पर राजिन्द्र सिंह आज़ाद, गुरबख्या सिंह, महिन्द्र कुमार, शिव लाल, महिन्द्र सिंह जल्लोवाल, सरवण सिंह यार्ड मास्टर, कमलजीत कैशियर, जोध सिंह, अवतार सिंह झिंगड़, करतार सिंह, सोहन लाल चक्क गुजरां, आई.एम.बाली, गुरबख्श सिंह मनकोटिया, हरदयाल सिंह, चरनजीत सिंह, प्रगट सिंह, कश्मीरा सिंह, गुरदेव सिंह, बलबीर सिंह मडियालां, प्रेम सिंह डविढा, गुरूदत्त, गुरमीत सिंह, गोपाल कृष्ण, गुरदेव सिंह, गुरबचन सिंह, पंडित प्रवीण कुमार, अमरीक सिंह, बलबीर सिंह बंबेली, हरनाम दास, काबल सिंह, हरबंस सिंह बैंस, दविन्द्र पाल, मुख्तियार सिंह तथा परमजीत सिंह ने भी अपने विचार प्रगट किये।