धालीवाल सबसे बुजुर्ग व हरजोत बैंस सबसे युवा मंत्री
चण्ड़ीगढ़,(राजदार टाइम्स ब्यूरो):
आज पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान सरकार में 10 मंत्रियों को शामिल किया गया। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने शपथ ग्रहण समारोह में मंत्रियों को शपथ दिलाई। नए मंत्रियों को राजभवन में नवनिर्मित गुरु नानक आडिटोरियम में शपथ दिलाई गई। इस आडिटोरियम का हाल में ही राज्यपाल ने उद्घाटन किया था। शपथ ग्रहण समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय भी मौजूद रहे। समरोह में काफी संख्या में आप के नेता भी समरोह में पहुंचे। समारोह में शपथ लेने वाले मंत्रियों के परिवार के सदस्य भी पहुंचे। मंत्रीमंडल में एक मात्र महिला मंत्री डॉ.बलजीत कौर को भी शामिल किया गया है। मंत्रीमंडल में किसी को उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया है। आप पार्टी के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी मंत्रियों को शुभकामनाएं दी हैं। शपथ ग्रहण समारोह मेंं आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान के पुत्र दिलशान और बेटी सीरत मान भी पहुंचे हैं।

सबसे पहले हरपाल सिंह चीमा तथा 10वें नंबर पर युवा नेता हरजोत सिंह बैंस ने मंत्री पद की शपथ ली। 31 साल के बैंस मान मंत्रिमंडल में सबसे युवा मंत्री हैं। 60 साल के कुलदीप सिंह धालीवाल सबसे बुजुर्ग मंत्री है। नौवें नंबर पर ब्रह्मशंकर जिम्पा ने मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने पूर्व मंत्री शाम सुंदर अरोड़ा व तीक्ष्ण सूद को होशियारपुर से हराया था। चीमा के बाद डॉ.बलजीत कौर ने मंत्री पद की शपथ ली। तीसरे नंबर पर हरभजन सिंह ईटीओ ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद डॉ.विजय सिंगला ने मंत्री पद की शपथ ली। उन्होंने चुनाव में पंजाबी गायक सिद्धू मुसेवाला को हराया था। पांचवें नंबर पर लालचंद कटारुचक को मंत्री पद की शपथ ली। दूसरी ओर, मंत्रिमंडल में पुराने नाम शामिल न किए जाने से राजनीतिक जानकार थोड़े हैरान हैं। जिन नामों को लेकर चर्चा चल रही थी उनमें से ज्यदातार नाम शामिल नहीं हैं। अमन अरोड़ा मंत्री बनाना तय माना जा रहा था लेकिन उन्हें भी मंत्रिमंडल केबिनेट में मौका नहीं दिया गया।

भगवंत मान के मंत्रिमंडल में मालवा से पांच, माझा क्षेत्र से चार और दोआबा से एक को मंत्री बनाया गया है। यदि जातीय समीकरणों की बात करें तो भगवंत मान के अलावा चार और जट सिखों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। जबकि चार ही दलित कैबिनेट में जगह पा गए हैं और दो हिंदू वर्ग से भी लिए गए हैं। पंजाब विधानसभा की 117 सीटें हैं ऐसे में 15 फ़ीसदी विधायकों को कैबिनेट में लिया जा सकता है मुख्यमंत्री के अलावा 17 विधायक मंत्री बने सकते हैं।

ये विधायक बने मंत्री
हरपाल सिंह चीमा, गुरमीत सिंह मीत हेयर, डॉ.बलजोत कौर, कुलदीप सिंह धालीवाल, डॉ.विजय सिंगला, लालजोत सिंह भुल्लर, हरभजन सिंह ईटीओ, ब्रह्म शंकर जिम्पा, हरजोत सिंह बैंस, लाल चंद कटारूचक्क।

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