बड़े हादसे से हुआ बचाव
काठगढ़,(जतिन्द्र पाल कलेर):
औद्योगिक क्षेत्र टोंसा में दवाईयां बनाने वाली एक फैक्ट्री में आज एक केमिकल टैंक में विस्फोट हो गया। जिससे ढक्कन फट गया और पास के खेत में गिर गया, लेकिन किसी हादसे में जानी नुक्सान होने से बचाव हो गया। जानकारी के अनुसार दवाईयों की उक्त फैक्ट्री में लगभग पौने तीन बजे लिक्विड केमिकल के एक खाली टैंक में भीषण धमाका हुआ, जिसकी आवाज दूर से सुनाई दी। लोहे के आवरण और कुछ अन्य सामान का भारी वजन बहुत तेजी से उडक़र बगल के खेतों में गिर गया। लोगों का कहना था कि लोहे की चादर और हवा की तरह आए सामान को देखकर वे दंग रह गए, लेकिन गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई। सूत्रों के मुताबिक हादसा दोपहर लगभग डेढ़ बजे के आस-पास हुआ और मजदूरों के लंच का समय था। जबकि टंकी भी खाली थी और उसमें कोई सामान नहीं था। यदि सामग्री होती, तो अप्रत्याशित क्षति हो सकती थी।

यह भी पता चला कि जब दुर्घटना हुई तो कंपनी ने कोई चेतावनी जारी नहीं की या हूटर बजाया गया, क्योंकि अगर ऐसी स्थिति में हूटर बजाए जाते तो कर्मचारी चौकस हो जाते। हादसे के बाद टैंक और अन्य सामग्री के भारी ढक्कन का निरीक्षण करने मैदान में पहुंचे मीडिया कर्मियों ने हादसे की जानकारी के लिए फैक्ट्री के एक अधिकारी को फोन किया, लेकिन अधिकारी ने दुर्घटना बताते हुए अपना नाम और स्थिति बताने से इनकार कर दिया, और कहा कि कोई हताहत नहीं हुआ। यह उल्लेख किया जा सकता है कि आवासीय क्षेत्रों के पास स्थित जोखिम भरे कारखाने किसी भी समय लोगों के लिए घातक हो सकते हैं। जिन पर प्रशासन और सरकारों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।