माननीय न्यायलय के आदेशों की कि अवहेलना
मुकेरियां,(राजदार टाइम्स):
न्यायलय से जमानत मिलने के उपरांत भी झगडे के एक मामले में कथित आरोपियों के पिता पूर्व दलित सरपंच देसराज व उनके पुत्र सूरज को थानाध्यक्ष ने थाने में हिरास्त में रख कर किया बंद व की बेईज्जत। मामले को ले कर गांव निवासियों में भारी रोष पाया जा रहा है। गांव निवासियों ने बताया कि वह इस सारे मामले को ले कर शीघ्र ही एससी कमिश्न के राष्ट्रीय चेयरमैंन विजय सांपला से मिलने जा रहे हैं। गांव डूगरी राजपूतां की दलित सरपंच श्रीमती दर्शना देवी, पत्नी पूर्व सरंपच देस राज, भाजपा जिला महासचिव अजय कौशल सेठू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि कुछ दिन पहले गांव में अम्मू दीन पुत्र सवार दीन व पूर्व सरपंच देस राज के पुत्र, भतीजे तथा गांव के ही एक व्यक्ति के साथ कुछ कहा सुनी व झगड़ा हो गया था। मामला पुलिस के पास गया तो पुलिस ने पूर्व सरपंच देसराज के पुत्र, भतीजे तथा अन्यों के खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर लिया। यह मामला पुलिस ने झगड़ा होने के कुछ दिन बाद दर्ज किया। जिसमें पुलिस ने झगड़े की धाराओं में गल्त ढ़ंग से बढौतरी करते हुए देस राज के परिवारिक सदस्यों व अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 323, 506 व 34 लगाई। इस पर पूर्व सरपंच देसराज ने माननीय न्यायलय में पहुँच कर सभी की अग्रमी जमानत करवा ली। उन्होंने बताया कि उनके बच्चों व संबंधियों को एक राजनीतिक साजिश के तहत फसाया जा रहा है। क्योंकि वह दोनों ही पति पत्नी भाजपा के साथ संबंध रखते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस का एक थानेदार व अन्य उनके घर पर आए तो उन्होंने देस राज को जबरदस्ती पुलिस की गाड़ी में बैठा थाने ले जाने लगे तो उन्होंने पुलिस पार्टी को माननीय न्यायलय के आदेशों की कापी (जिस पर उनके परिवारिक सदस्यों की आग्रमी जमानत) दिखाई मगर उक्त थानेदार ने कहा कि वह थानाध्यक्ष के आदेशों की पालना कर रहे हैं। भाजपा जिला महासचिव अजय कौश सेठू ने बताया कि वह खुद न्यायलय के आदेशों की कापी दिखाने थाने गए तो थाने में किसी ने भी न्यायलय के आदेशों को लेने से इंकार कर दिया। सेठू ने कहा कि उन्होंने तुरंत ही इस सारे मामले संबंधी उप पुलिस कप्तान से बात की तो उन्होंने कहा कि उक्त दोनों पिता पुत्र को वह तुरंत ही छोडने के लिए बोलते हैं मगर थानाध्यक्ष ने सारे मामले की अन्देखी करते हुए घण्टो बाद उक्त दोनों पिता पुत्र को थाने से जाने दिया। पत्रकार वर्ता में गांव के पंच बलबीर चंद, नीलम कुमारीू, जैमल सिंह, बलबीर सिंह, राम कृष्ण, लखनबीर सिंह, बिक्रम सिंह, राजेश पाल के अन्य गांव निवासी भी उपस्थित थे।
कोई कोर्ट के कागज नहीं दिखाए : थानाध्यक्ष
थाना प्रभारी बलविन्द्र सिंह ने उन पर लगे सभी आरोपों को सीरे से खारिज करते हुए कहा कि किसी ने भी कोर्ट के कागज नहीं दिखाए। वह कानून के हिसाब से काम कर रहे है।

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