नगर पंचायत की अध्यक्षा मोनिका शर्मा से है खफा, की मांग, दें अस्तीफा
देर रात विधायक डोगरा की उपस्थीति में पार्षदों ने कहा गल्त फैहमियां थी, हुई दूर
तलवाड़ा,(राजदार टाइम्स):
सोमवार को तलवाड़ा की राजनीति में उस समय उथल पुथल हो गई, जब 8 पार्षदों ने समुहिक रूप से अपना त्याग पत्र दे दिया। इससे पहले कि विपक्षी पार्टियां कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरती लेकिन देर रात को विधायक अरूण कुमार मिक्की डोगरा ने सामने आ कर इस सारे मामले को किसी तरह से सुलझाने का प्रयास किया और त्याग पत्र देने वाले पार्षदों को विधायक डोगरा की उपस्थती में एक विडियों संदेश जारी कर कहना पड़ा की कुछ गल्त फहमिया थी जिन्हें दूर कर दिया गया है। चर्चा यह है कि आखिर वह क्या गल्त फहमियां थी जोकि पिछले लम्मे समय से चली आ रही थी और पार्षदों के समूहिक रूप से त्याग पत्र देने के कुछ घण्टे बाद ही विधायक महोदय ने सुलझा दी, पहले क्यों नहीं सुलझाई गई। कहीं ऐसा तो नहीं कि कांग्रेस पार्टी की साख को बचाने के लिए तत्काल प्रभाव से डैमेज कंट्रोल किया गया हो।

क्या कहा था त्यग पत्र देने वाले पार्षदो ने
गौर हो कि नगर पंचायत तलवाड़ा के पार्षद श्रीमती सुरिन्द्र कौर, मुनीश चड्डा, तरनजीत सिंह, श्रीमती सुमन दुआ, श्रीमती परमिन्द्र कौर, श्रीमती शैली आनंद, दीपक अरोड़ा तथा विकास चन्द्र गोगा सहित 8 पार्षदों ने समूहिक रूप से नगर परिषद की अध्यक्षा श्रीमती मोनिका शर्मा को अध्यक्ष पद से अयोग्य करार देते हुए, उनसे त्याग पत्र की मांग को ले कर अपने पार्षद पदों से त्याग पत्र दे दिए। मौजूदा सभी पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि नगर पंचायत अध्यक्षा श्रीमती मोनिका शर्मा में राजनीतिक, सामाजिक, कूटनीतिक एवमं नेतृत्व के गुणों का अभाव है। जिसके फलस्वरूप वह सभी पार्षद उनकी कार्यशैली से परेशान हैं। पार्षदों ने शिकायत करते कहा कि उनके वार्डों में जनकल्याण एवमं विकास के कार्यों हेतु उनके बार-बार आग्रह करने पर भी अध्यक्षा उनकी प्रार्थना को नजरंदाज करती हैं। अत: वह आज तक सभी पार्षदों को अपने नेतृत्व के द्वारा एक सूत्र में बांधकर रखने में असफल सिद्ध हुई हैं।

पत्रकारों से कहा पार्षदों ने
सभी पार्षदों ने प्रैस को संबोधन में कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर एक अयोग्य अध्यक्षा के कारण विधायक को राजनीतिक नुकसान से बचाने के लिए वह सभी विधायक के पक्ष में एवमं श्रीमती मोनिका शर्मा के विरोध में उनसे उनके पद से त्याग पत्र की मांग करते हैं एवमं उनके पद पर बने रहने तक अपने पार्षद पद से अस्तीफा देते हैं।
क्षेत्र में चर्चा चल रही है कि
तलवाड़ा नगर पंचायत की घटना को ले कर चर्चा सुनने को मिली की क्या सच में यह पार्षदों की अपनी राय थी कि या फिर एक सोची समझी साजिश के तहत यह राजनीतिक ड्रामा किया गया, जोकि मात्र चंद घण्टों में निपटाने का प्रयास किया गया है। चर्चा तो यह है कि इस सारे राजनीतिक घटना के पिछे स्थानीय स्तर पर कांग्रेस का कोई अपना ही तो राजनीतिक मकसद नहीं था, या फिर आने वाले कुछ दिनों में विधानसभा क्षेत्र दसूहा में कांग्रेस पार्टी में कुछ नया होने वाला है।
सत्ताधारी पार्टी व विपक्षी पार्टियों के नेता करते रहे पत्रकारों को फोन
इस सारे घटना क्रम को ले कर सत्ताधारी पार्टी व विपक्षी पार्टियों के छोटे-बड़े नेता देर रात तक पत्रकारों को फोन कर गुटर गूँ करते रहे। अब देखना है कि इसका आसर क्या दसूहा कांग्रेस पार्टी पर भी पडेगा या फिर विधान सभा चुनावों का इंतजार होगा…?
अध्यक्षा को पद से उतारे की कही कोई साजिश तो नही
यदि चर्चाओं पर विश्वास किया जाए तो सुनने में यह भी आ रहा है कि नगर पंचायत की अध्यक्षा श्रीमती मोनिका शर्मा को उनके पद से उतारने की साजिशे पिछले कुछ माह से चल रही थी, लेकिन उसके लिए बडे नेता सामने नहीं आना चाह रहे थे, जिन्होंने साजिश के तहत आज इस सारे घटना क्रम को अंजाम दिया हो सकता है।