मानसर,19 दिसंबर(राजदार टाइम्स): एक तरफ जहां कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ़ विभिन्न किसान संगठनों द्वारा टोल प्लाजा पर लगाया गया धरना अपने 71 वें दिन में प्रवेश कर गया है। वहीं शनिवार को दिल्ली मोर्चा के लिए संघर्षशील किसानों का एक बड़ा जत्था अरदास उपरांत काफिले के रूप में दिल्ली के लिए रवाना हुआ। दिल्ली जाने से पहले संबोधित करते हुए विभिन्न नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार व्यापारिक घरानों के बीच मध्यस्थता करके और अनैतिक बयानबाजी के साथ किसानों की जायज मांगों को गलत तरीके से पेश करके अपने मूल कर्तव्यों से भाग रही है। उन्होंने अफसोस जताया कि स्व-घोषित किसान हितैषी केंद्र सरकार केवल कट्टरता का सहारा लेकर कॉरपोरेट जगत के हितों का पीछा कर रही है और अंनदाता की आवाज को नजरअंदाज किया जा रहा है। दिल्ली की सरहदों पर बैठे किसानों की शहादतें केंद्र सरकार को दिखाई नहीं दे रही हैं। जबकि किसानों की आय दोगुनी करने के दावे किए जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि किसान संघर्ष निरार्थक नहीं जाएगा और कृषि सुधार कानूनों सहित अन्य कानूनों को रद्द करवा कर ही संघर्ष को समाप्त किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार की षड्यंत्रकारी रणनीति से सावधान रहने, अपनी एकजुटता बनाए रखने और संघर्ष के दौरान सरकार के अत्याचार के खिलाफ दिलो-जान से लडऩे का संकल्प लिया। इस समय पर जत्थेदार हरबंस सिंह मंझपुर, मास्टर योध सिंह, नरिंदर सिंह गोली, अवतार सिंह बॉबी, बलजीत सिंह छन्नी नंद सिंह, सरपंच परमिंदर सिंह मौजोवाल, कमलजीत सिंह चनौर, एसडीओ जगीर सिंह, सविंदर सिंह महिताबपुर, हरी सिंह छन्नी, निर्मल सिंह छन्नी, बिल्ला मीरपुर, रवि कुमार मौजोवाल, बाबा चक्क भईआं, तरलोचन सिंह, कैप्टन तरसेम सिंह, हरजीत सिंह हयातपुर, बिट्टू मंझपुर, कुलदीप सिंह मंझपुर, सुमित्र सिंह, मनिंदर सिंह, ऊकार सिंह पूराणा भंगाला, केसर सिंह मंझपुर, नम्बरदार रवेल सिंह, धरमिंदर सिंह सिंबली, बिल्ला सरपंच नंगल, डॉ.संतोख सिंह, मास्टर स्वर्ण सिंह, शिव कुमार तलवाड़ा, अमरजीत सिंह कानूगो सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

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