8 दिसंबर के भारत बंद के समर्थन का ऐलान
हरसा मानसर/मुकेरियां,5 दिसंबर(राजदार टाइम्स): टोल प्लाजा पर शनिवार को दिल्ली मोर्चा पर डटे सभी किसान संगठनों के आह्वान पर केंद्र सरकार और कॉरपोरेट घरानों के पुतले फूंककर 8 दिसंबर के भारत बंद को अपना पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की गई। केंद्र सरकार, हरियाणा सरकार और कॉरपोरेट घरानों के पुतले जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया और केंद्र सरकार के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की गई। महिलाओं के एक बड़े समूह ने विरोध में शामिल होकर केंद्र सरकार की जन-विरोधी नीतियों की आलोचना की और कृषि सुधार अधिनियम सहित अन्य किसान-विरोधी कानूनों को निरस्त करने की माँग की। पगड़ी संभाल जट्टा लहर, किसान मोर्चा, किसान मजदूर हितकारी सभा, कुल हिंद जमहूरी किसान सभा, पंजाब पेंशनर्स वेलफेयर यूनियन, कर्मचारी और वाम संगठनों के नेतृत्व में पुतला फूकने से पहले विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए विभिन्न प्रवक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ बेनतीजा रही बैठकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सरकार संघर्ष को लंबा करके किसानों के धैर्य का परीक्षा ले रही है। सरकार चाहती है कि धरना लंबा चले और हौंसला टूट कर किसानों का संघर्ष समाप्त हो जाए। उन्होंने कहा कि पंजाबियों का मनोबल हमेशा ऊंचा था और किसी भी हालत में किसान दिल्ली मोर्चा नहीं छोड़ेंगे और बिना किसी नतीजे के घर नहीं लौटेंगे। प्रवक्ताओं ने कहा कि अब यह एक सर्वव्यापी संघर्ष है और किसानों को उनकी उचित मांगों के लिए दुनिया भर से समर्थन मिल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार के अडिय़ल रवैये की निंदा की और 8 दिसंबर को भारत बंद के समर्थन का ऐलान किया। इस समय बीबी करमजीत कौर, बलवीर कौर, गुरजीत कौर, सुरिंदर कौर, अमरजीत कौर, जसविंदर कौर, पुष्पिंदर कौर, अमरजीत कौर, मनप्रीत कौर, कुलदीप कौर, सुखवंत कौर, मनदीप कौर, मनजीत कौर, प्रीतम कौर, कुलविंदर कौर, परमजीत कौर, संतोष कौर, कोमलप्रीत कौर, सीतल कौर, बलविंदर कौर, राजविंदर कौर, तजिंदर कौर, मनदीप कौर, नरिंदर कौर, सुरिंदर कौर, अवनीत कौर, जत्थेदार हरबंस सिंह मंझपुर, सरबजोत सिंह साबी, मास्टर योध सिंह, नरिंदर सिंह गोली, अमरजीत सिंह कानूगो, गुरनाम सिंह जहानपुर, अवतार सिंह बॉबी, धर्मिंदर सिंह, शिव कुमार तलवाड़ा, कुलदीप सिंह रंगा, मास्टर स्वर्ण सिंह, उंकार सिंह पूराना भंगाला, दलवीर सिंह बिशनपुर, बलदेव कृष्ण, भाई मोहन सिंह टांडा राम सहाय, ईशर सिंह मंझपुर, कृपाल सिंह गेरा, लखविंदर सिंह टिम्मी, लखवीर सिंह लख्खी मानां, संतोख सिंह डालोवाल, रंजीत सिंह डालोवाल, रशपाल सिंह रंगा, बलबीर सिंह बग्गू और कई अन्य किसान, मजदूर, दुकानदार आदि इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कृषि सुधार कानूनों को तत्काल निरस्त करने की मांग की।