होशियारपुर,(तरसेम दीवाना): जे.एस.एस आशा किरन स्पैशल स्कूल जहान खेलां में संजीव नरूला (मैनेजिंग डायरैक्टर वर्धमान यार्न एण्ड थ्रैड लिमटिड) ने दौरा किया। उनके साथ इंद्रमोहन जीत सिंह सिद्धु (प्रैज़ीडैंट एंड डायरैक्टर इंचार्ज वर्धमान टैक्सटाईलज़ लिमटिड) तथा तरूण चावला डायरैक्टर (फाईनैंस तथा एडमिन, वर्धमान यार्न एंड थ्रैड लिमटिड) ने दौरा किया। स्पैशल बच्चों ने फूलों का गुलदस्ता भेंट कर मुख्यातिथी का स्वागत किया। आशादीप वैल्फेयर सोसायटी के सलाहकार परमजीत सिंह सचदेवा ने स्कूल की गतिविधियों व स्कूल के इतिहास की जानकारी देते हुये बताया कि 4 बच्चों से यह स्कूल शुरू किया गया था, अब इस स्कूल में 250 के लगभग स्पैशल विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आशादीप वैल्फेयर सोसायटी का स्पैशल एक प्रोजैक्ट है, जिसमें ऑस्टिक, सैरेबरल पॉलसी, मल्टीपल डिसाबिलिटीज़ व मानसिक दिव्यांग शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। स्पैशल हॉस्टल की सुविधा भी है। गांव कक्कों में भी मूक-बधिर बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं व आशादीप वैल्फेयर सोसायटी और पिंगलवाड़ा अमृतसर के सहयोग से चलाया जा रहा है। जे.एस.एस आशा किरन ट्रेनिंग इंस्टीचिय्ट भी चलाया जा रहा है, जिसमें 30 स्पैशल अध्यापक प्रत्येक वर्ष तैयार किये जाते हैं और वह आर.सी.आई दिल्ली से प्रमाणित है। स्पैशल स्कूल में मानिसक दिव्यांग बच्चों को स्पीच थैरेपी, फिजि़ओथैरेपी, स्पैशल ऐजुकेशन, वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है और इनकी प्लेसमैंट भी की जाती है। इसके साथ सांस्कृतिक गतिविधियां व खेल गतीविधियों में भी स्पैशल बच्चों ने राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेकर ईनाम जीते हैं। बच्चों की सर्वपक्षीय विकास कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है और सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं जैसे कि पैंशन इत्यादि में भी सहायता दी जा रही है। आशादीप वैल्फेयर सोसायटी कार्यकारिणी के सदस्य कर्नल गुरमीत सिंह ने कहा कि मैं एक स्पैशल अभिभावक हूं। मेरे दो बच्चे स्पैशल हैं। इन स्पैशल बच्चों के लिए स्पैशल स्कूल बहुत ही ज़रूरी है। आशादीप वैल्फेयर सोसायटी ने बच्चों की सेवा करने का प्रयास किया और यह सब आप जैसे दानी सज्जनों के कारण ही संभव हो पाया है। हमें उम्मीद है कि आप भविष्य में भी इस संस्था के साथ जुड़े रहेंगे और दानी सज्जनों को भी इस सराहनीय कार्य से जोड़ेंगे। स्पैशल बच्चों व डिप्लोमा विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। आशादीप वैल्फेयर सोसायटी के प्रधान सरदार तरनजीत सिंह ने संजीव नरूला, आई.एम.जे.एस सिद्धू व तरूण चावला का धन्यवाद किया। बच्चों द्वारा बनाई पेटिंग स्मृति चिन्ह के रूप में मुख्यातिथी को भेंट की गई। इस अवसर पर आशादीप वैल्फेयर सोसायटी के सचिव हरबंस सिंह, पूर्व प्रधान स. मलकीत सिंह महेरू, राम आसरा, निर्मल सिंह बोलीना, जोशी, कोआर्डिनेटर वरिन्द्र कुमार, प्रिंसीपल शैली शर्मा, स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित थे। 

संजीव नरूला ने इस अवसर पर 5 लाख रूपये की धनराशि का चैक आशादीप वैल्फेयर सोसायटी को 
स्पैशल बच्चों की के लिए खेल का मैदान बनाने के लिए भेंट किया। संजीव नरूला ने कहा कि मैने पहली बार इस स्कूल में दौरा किया मुझे बहुत अच्छा लगा। भविष्य में भी मैं इस संस्था के साथ जुड़ा रहूंगा और हमारी कम्पनी की तरफ से  इन बच्चों की प्लेसमैंटस का प्रयास किया जायेगा। स्कूल में भी इन बच्चों को जॉब वर्क और पैकिंग का काम दिया जा सकता है। आशादीप वैल्फेयर सोसायटी इन बच्चों के लिए सराहनीय कार्य कर रही है।