एसएसपी नवजोत माहल अन्य फ्रंटलाइन वर्करों का हुआ कोविड 19 टीका करण
लोगों को बिना डर टीकाकरण के लिए आगे आने की अपील की
होशियारपुर,(राजदार टाइम्स): कोविड-19 की रोकथाम के लिए शुरु हुए टीकाकरण अभियान के अंतर्गत आज जिले में दूसरे पढ़ाव की शुरुआत स्थानीय पुलिस लाइन अस्पताल से हुई जहां एसएसपी नवजोत सिंह माहल सहित कुल 137 फ्रंटलाइन वर्करों का कोविड-19 टीकाकरण हुआ। एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए कोविशील्ड इंजेक्शन लगवाने के बाद बताया कि पुलिस लाइन अस्पताल में टीकाकरण का विशेष कैंप शुरु किया गया है जोकि 5 दिन लगातार जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस विशेष कैंप के दौरान जिला पुलिस के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन दी जाएगी जो कि पहली खुराक से 28 दिन बाद दोबारा दी जाएगी। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता की ओर से सबसे पहले कोविड वैक्सीन लगवा कर कोरोना महामारी के संकट के समय फ्रंट लाइन वर्करों के तौर पर काम करने वाली पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को टीकाकरण के लिए उत्साहित किया गया था। उन्होंने बताया कि आज स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों व टीकाकरण माहिरों की ओर से शुरु किए गए दूसरे पढ़ाव में उनके अलावा एसपी (एच) रमिंदर सिंह, एसपी (डी) रविंदरपाल सिंह संधू, एसपी (पीबी) मंदीप सिंह, डीएसपीज गुरप्रीत सिंह गिल, जगदीश राज अत्री, अमर नाथ, प्रेम सिंह आदि ने टीकाकरण करवाया। कोविड वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह से डर या अफवाह से दूर रहने की अपील करते हुए एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने लोगों को आह्वान किया कि कोविड का इंजेक्शन इस बीमारी की असरदार ढंग से रोकथाम के लिए अति जरुरी है। जिसके लिए सभी को सार्वजनिक हितों के मद्देनजर यह टीकाकरण करवाना अनिवार्य है। वैक्सीन लगाने के बाद हर व्यक्ति तो आधे घंटे के लिए निगरानी में रखा जाता है व उसको दूसरी डोज 28 दिनों के बाद देने के बारे में जानकारी दी जाती है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन को लेकर किसी भी किस्म का फिक्र न रखते हुए हर नागरिक को यह इंजेक्शन जरुर लगवाना चाहिए ताकि कोरोना से हम सभी सुरक्षित रह सकें। वर्णनीय है कि आज कुल लगे 13 इंजेक्शनों में से 83 इंजेक्शन पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के लगाए गए जबकि 54 इंजेक्शन फ्रंट लाइन वर्करों के लगाए गए। टीका करण की शुरुआत के मौके पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.लखवीर सिंह, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.सीमा गर्ग के अलावा पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद थे।