कहा, चुनाव स्टाफ गंभीरता से निभाए अपनी जिम्मेदारी, ड्यूटी के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्त
सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की कोविड टैस्टिंग रिपोर्ट को ही मिलेगी मान्यता, जाली दस्तावेज सामने आने पर संबंधित अस्पताल/लैब  व प्राप्तकर्ता पर भी दर्ज होगी एफ.आई.आर
होशियारपुर, :
डिप्टी कमिश्नर-जिला चुनाव अधिकारी श्रीमती अपनीत रियात ने बताया कि पहली रिहर्सल में गैर हाजिर रहे व कारण बताओ नोटिस का जवाब न देने वाले चुनाव ड्यूटी में लगाए गए 71 कर्मचारियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवाने संबंधी उनके विभाग प्रमुखों को लिख दिया गया है। विधान सभा चुनाव को जिले में पारदर्शी व सुचारु तरीके से करवाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है, जिसमें पोलिंग व काउंटिंग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस लिए चुनाव ड्यूटी में लगा स्टाफ जिम्मेदारी और गंभीरता से अपनी ड्यूटी निभाए। जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि चुनाव ड्यूटी के प्रति गंभीरता न अपनाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भविष्य में भी इसी तरह सख्त कार्रवाई अपनाई जाएगी। उन्होंने चुनाव से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों को हिदायत करते हुए कहा कि चुनाव ड्यूटी सबसे महत्वपूर्ण ड्यूटियों में से एक है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रीमती अपनीत रियात ने बताया कि कोविड-19 की टैस्टिंग रिपोर्ट सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों/लैब वाली ही योग्य मानी जाएगी। इसलिए जिस अधिकारी व कर्मचारी की कोविड रिपोर्ट पाजिटीव आती है, तो वह सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों वाली रिपोर्ट से संबंधित अधिकारी को सौंपे। अगर रिपोर्ट फेक पाई गई तो जहां संबंधित लैब का लाइसेंस रद्द कर एफ.आई.आर दर्ज करवाई जाएगी वहीं जाली रिपोर्ट प्राप्त करने वाली कर्मचारी के खिलाफ भी एफ.आई.आर दर्ज करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी भी प्राईवेट लैब की टैस्टिंग रिपोर्ट का मान्य नहीं माना जाएगा।

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