कपूरथला,18 नवंबर(राजेश तलवाड़, राजदार टाइम्स): नि:स्वार्थ भाव से हर गरीब की सेवा करने वाला और जरूरतमंदों की मदद करने वाला ही सच्चा मानव धर्म निभाता है। सभी प्राणियों में मनुष्य को श्रेष्ठ इसलिए माना जाता है क्योंकि दया, क्षमा, प्रेम और परोपकार की भावना सिर्फ इन्हीं में देखने को मिलती है। यह शब्द लक स्टोन वेलफेयर फाउंडेशन के चेयरमैन संजीव तलवाड़ ने जरूरत मंद लोगो को राशन और फल वितरण कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि भगवान को पाने के लिए मन्दिर जाने या घंटों पूजा-पाठ करने की आवश्यकता नहीं है। भगवान तो गरीबों के हृदय में रहते हैं। गरीब, दीन-दुखियों की सेवा करेंगे तो भगवान का आशीर्वाद जरूर मिलेगा, क्योंकि नर सेवा ही नारायण सेवा होती है। कहा कि कर्म ही जीवन है। बिना कर्म के मानव नहीं रह सकता। यह कर्म ही जीव के पाप और पुण्य का निर्धारण करते हैं। जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल प्राप्त होगा। इस लिए जीव को निष्काम भाव से अपना कर्म करना चाहिए, क्योंकि उसकी ओर से किए गए कर्म ही उसके भाग्य का निर्धारण करते हैं। कहा कि भगवान श्रीहरि भक्त वत्सल हैं। वे अपने भक्तों की रक्षा के लिए कोई भी रूप धारण कर लेते हैं। भक्त के बिना भगवान की और भगवान के बिना भक्त की कोई अहमियत नहीं होती है। यह दोनों ही एक-दूसरे के पूरक हैं।कहा कि जैसा बीज हम बोते हैं, वैसा ही फल प्राप्त होता है। इसी तरह से जैसे संस्कार हम बच्चों को देते हैं,बच्चे भी वैसा ही व्यवहार करने लगते हैं। उन्होंने सभी से अपील करते हुए कहा कि गरीबों की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं। लक स्टोन वेलफेयर फाउंडेशन जरूरतमंद लोगों आने वाले दिनों में कंबल देकर उन्हें ठंड से बचकर रहने का मशविरा देगी। संजीव तलवाड़ ने कहा कि प्रशासन गरीबों की मदद के लिए आगे आ चुका है। हमारा कर्तव्य है कि हम भी अपने स्तर से गरीब और निराश्रित लोगों को कंबल देकर इस पुनीत कार्य में अपनी हिस्सेदारी तय कर सकें। इस अवसर पर फाउंडेशन के प्रदेश उपाध्यक्ष राज कुमार जवंदा, तरुण कटारिया, दिव्यांशु भोला आदि भी उपस्थित थे।

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