सन्त निरंकारी सत्संग भवन ठाकुरद्वारा में मनाया गया मानव एकता दिवस
ठाकुरद्वारा/दातारपुर,(एसपी शर्मा राजदार टाइम्स): पंजाब हिमाचल सीमा पर स्थित सन्त निरंकारी सत्संग भवन ठाकुरद्वारा में मानव एकता दिवस मनाया गया। इस मौके पर स्टेज पर बिराजमान मुखी महात्मा सुरेश चौहान ने कहा कि 24 अप्रैल 1980 को बाबा गुरबचन सिंह नश्वर शरीर को छोड़ कर ब्रह्म में लीन हो गए। उस समय से लेकर खून नालियों में ना बहाकर मानव की नाडिय़ों में बहे यह संकल्प लिया गया, तांकि ज़रूरतमंदों की जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि मानव एकता दिवस पर दिल्ली में ही लगभग 1200 यूनिट एकत्रित हुआ। सतगुरु माता ने कहा कि खूनदान एक निष्काम सेवा का भाव होता है।
जिसमें सबके भले की कामना ही मन मे होती है, फिर मन में यह भावना उत्पन्न नहीं होती कि हमारा परिवार ही हमारे लिए महत्वपूर्ण है। अपितु सारा संसार ही हमारे लिए महत्वपूर्ण है। जैसा कि सर्वविदित है कि निरकारी जगत में मानव एकता दिवस का दिन युगप्रबतक बाबा गुरबचन सिंह की प्रेरणादायक सिखलाइयों को समर्पित है। इसके साथ ही सेवा के पुंज पूर्ण समर्पित गुरु भक्त चाचा प्रताप सिंह और अन्य संतो का भी इस दिन स्मरण किया जाता है। सतगुरु माता ने खून का महत्व बताते हुए कहा खून नाडिय़ों में बहे नालियों मे नहीं। लोक कल्याण की भावना से युक्त महाअभियान में रक्त संग्रहित करने हेतु इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के अतिरिक्त एम्स,एम्स ष्ट हृ ष्ट डॉ.मनोहर लोहिया, गुरु तेग बुहादर आदि अस्पताल के योग्य डाक्टरों की टीम ने बहाँ पहुँच कर रक्तदाताओं की जांच की और उसके उपरांत रक्त लिया।