कहा, मैं कांग्रेस में ही हूं, खुले हैं सभी विकल्प
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा राजनीति से नहीं, मेरा अपमान किया गया
चंडीगढ़,(राजदार टाइम्स): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंपा। कैप्टन ने राजभवन पहुंच कर राज्यपाल को इस्तीफा दे दिया। राजभवन के बाहर उन्होंने कहा कि उन्होंने सुबह ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे की जानकारी दे दी थी, मेरा अपमान किया गया। सरकार चलाने को लेेकर लेकर संदेह किया गया। मैंं अपने समर्थकों के साथ बैठक कर भविष्य की रणनीति तय करुंगा। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पिछले दो महीने में यह तीसरी बार होगा कि विधायकों की बैठक होगी। मेरे सरकार चलाने पर संशय पैदा किया गया। मैं अपमानित महसूस कर रहा था और इसी कारण इस्तीफा देने का फैसला किया। उन्होंने कहा कहना चाहता हूं कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। मेरी भविष्य की राजनीति के सभी विकल्प खुले हैं। मैं उसको यूस कर सकता हूं। मैं अपने साथियों के साथ बैठक कर भविष्य की रणनीति तय करुंगा। कैप्टन अमरिंदर ने कहा, मैं कांग्रेस में ही हूं। अपने साथियों से बात करूंगा फिर अपना भविष्य की रणनीति तय करूंगा। कैप्टन ने स्पष्ट किया कि मैंने केवल मुख्यमंत्री पद इस्तीफा दिया है। कैप्टन ने कहा कि जिस तरह की बातें हो रही थीं उससे मैं पिछले काफी समय से अपमानित महसूस कर रहा था।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की समर्थक विधायकों, सांसदों व मंत्रियों के संग बैठक। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सिसवां फार्म हाउस से निकलकर अपनी सेक्टर दो स्थित अपनी सरकारी रिहायश पर पहुंचे थे। वहां उन्होंने अपने समर्थक मंत्रियों ,विधायकों व सांसदों से मीटिंग की। इस मीटिंग में सांसद मोहम्मद सद्दीक, जसबीर सिंह डिंपा, मनीष तिवारी, रवनीत बिट्टू, गुरजीत औजला भी मौजूद थे। इसके अलावा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ,साधू सिंह धर्मसोत, डिप्टी स्पीकर अजायब सिंह भट्टी, राकेश पांडे, रमनजीत सिंह सिक्की, राजकुमार चब्बेवाल, राणा गुरमीत सिंह सोढी, ब्रह्म मोहिंदरा, नवतेज सिंह चीमा, तरसेम सिंह डीसी, रजिंदर सिंह, हरप्रताप सिंह अजनाला और केवल ढिल्लों भी बैठक में शामिल हुए।