किसान संघर्ष को समर्थन देना जारी रहेगा : गुरजिंदर सिंह मंझपुर
भंगाला,7 दिसंबर(राजदार टाइम्स): कृषि सुधार कानूनों को रद्द करवाने के लिए जहां एक ओर समाजिक, धार्मिक, राजनीतिक, कर्मचारी संगठनों द्वारा लगातार समर्थन प्राप्त हो रहा है। वहीं दूसरी ओर ईटीटी टीचर्स यूनियन पंजाब ने 8 दिसंबर को किसान संगठनों द्वारा आयोजित किए जा रहे भारत बंद के लिए अपने समर्थन की घोषणा की है। संगठन के वरिष्ठ नेताओं गुरजिंदर सिंह मंझपुर, अजीब द्घिवेदी, रमेश होशियारपुर, इंदरसुखदीप सिंह ओडरा, बलजीत सिंह, बलकार सिंह पुरीका आदि ने कहा कि किसान संगठनों के एकजुट मोर्चे के कारण चल रहा संघर्ष अब एक सार्वजनिक संघर्ष बन गया है। देश भर में किसान संघर्ष के समर्थन में और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध की लहर देखी जा रही है। केंद्र सरकार ने निजीकरण जैसी लोक विरोधी नीतियों के आधार पर जिस तरह से शिक्षा के क्षेत्र में निजीकरण को बढ़ावा दिया है। उसने भी शिक्षकों को निराश किया है और परिणामस्वरूप सभी शिक्षकों ने किसान संघर्ष के समर्थन की घोषणा की है। उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लागू किया जा रहे कृषि सुधार अधिनियम कृषि क्षेत्र को व्यापारिक घरानों तक सीमित कर देंगे, जिससे लाखों किसानों का विस्थापन होगा।
इस समय रमनदीप सिंह धामी, संदीप कुमार, प्रदुमन कुमार, जतिंदर सिंह, अमरजीत सिंह, मनजीत सिंह, दीपक मल्होत्रा, मनजीत सिंह बाबा, रेशम सिंह, मनजीत सिंह रक्कड़ी, पवन कुमार, राजेंद्र सिंह, अमनदीप सिंह, विक्रम डडवाल, सचिन कुमार, नंद राम, कुलजीत सिंह, दीपक लाल, गुरदीप सिंह, अशोक कुमार, विजय कुमार आदि उपस्थित थे।

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