शहीद अक्षय पठानिया के परिवार से मिले, किए अर्पित शहीद के चित्र पर पुष्प व भेंट की श्रद्धांजलि
पठानकोट,(बिट्टा काटल, राज चौधरी):
अखिल भारतीय आंतकवाद विरोधी मोर्चा के राष्ट्रीय चेयरमैन मनिन्द्रजीत सिंह बिट्टा आज यहां विशेष रूप से पहुंचे। पठानकोट पहुँचने पर सबसे पहले वह धार ब्लॉक के गांव चक्कड़ में गए। यहाँ उन्होंने पिछले महीने अरुणाचल प्रदेश में भारत चीन सीमा पर बफऱ्ीले तूफ़ान की चपेट में आने से शहीद हुए 7 जवानों में एक शहीद राइफ़लमैन अक्षय पठानिया के परिवार से मिले और शहीद के चित्र पर पुष्प भेंट कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ शहीद परिवार कल्याण परिषद के अध्यक्ष व शहीद लेफ्टिनेंट गुरदीप सलारिया के पिता कर्नल सागर सिंह सलारिया, महासचिव कुंवर रविन्द्र विक्की, शहीद मेजर विवेक भंदराल के पिता कर्नल पी.एस भंदराल, शहीद सिपाही मखन सिंह के पिता हंस राज, परिषद के प्रेस सचिव रणधीर सिंह बिट्टा काटल, राजपूत क्लयाण बोडऱ् पंजाब के चेयरमैन दविन्द्र सिंह दर्शी, पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल भी मौजूद रहे। बिट्टा की ओर से शहीद अक्षय पठानिया के पिता पूर्व हवलदार सागर सिंह, माता रितु पठानिया, भाई अमित पठानिया, दादी सत्य देवी को अपनी संस्था की ओर से शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है। जिसके लिए सारा देश उनका ऋणी रहेगा। उसके बाद वह अपने काफिले के साथ अपने पुराने मित्र सुखदेव वडेहरा (पूर्व चेयरमैन ट्यूबवेल कारपोरेशन पंजाब), संदीपनी स्कूल के चेयरमैन पवन महाजन और राकेश गुप्ता (विशाल गन हाउस) और पठानकोट पब्लिक स्कूल के मालिक के घर गए।

पाकिस्तान व चीन की शह पर काम करने वाले बताए कि वह खालिस्तानी है कि भारतीय : मनिंदरजीत बिट्टा
कहा, जाएगा आंतकियो की सजा माफ़ कर उन्हें रिहाई करने से ग़लत सन्देश

कलेर पैलेस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने कहा कि एक ओर अक्षय पठानिया जैसे वीर जवान भारत की सीमाओं की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हो जाते हैं। पठानकोट के हर गांव शहीदों से भरे हुए है, एक तरफ़ शहादतें और दूसरे तरफ़ यहाँ से कुछ किलोमीटर दूर नारे लगते हैं। गीता को भूलाना होगा खालिस्तान बनाना होगा के नारे लगते हैं। उन्होंने कहा कि इस पंजाब के अंदर 36 हज़ार निर्दोष लोगों का खून बहाने के बाद जिसमें 19 लाख हिंदू थे, कि शहादत के बाद हज़ारों बच्चों, पुलिस जवानों की शहादतों के बाद भी यह खालिस्तान के नारे लगाने वाले लोग आखिर चाहते क्या हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन की शह पर काम करने वाले यह बताए कि वह खालिस्तानी है कि भारतीय। उन्होंने कहा कि कौन से ग्रंथ में लिखा है कि वह हिन्दू मुस्लिम सिख या ईसाई को मार सकते हैं। हिन्दू-सिख में नाखून मास का रिश्ता है जो कभी भी नही टूट सकता। उन्होंने कहा कि जिस आंतकवादी भुल्लर ने उनके ऊपर दिल्ली में हमला किया। 25 से ज़्यादा लोग शहीद हुए 50 से ज़्यादा लोग ज़ख्मी हुए। उन्होंने देश के लिए तिरंगे झंडे के लिए बंब गोलियां खाई लेकिन कांग्रेस ने उन्हें अकेला छोड़ दिया वह 25 वर्षों से इंसाफ के लिए केस लड़ रहे हैं। अभी सारी राजनीतिक पार्टियां उस खालिस्तानी आंतकवादी भुल्लर की सजा माफ़ करवाने के लिए शिफारिशें कर रहे हैं। जबकि जो लोग मेरे ऊपर किये गए आंतकी हमलों में शहीद हुए उनके बारे में कोई राजनीतिक दल बात नही करता। आंतकियो की सजा माफ़ कर उन्हें रिहाई करने से ग़लत सन्देश जाएगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को इस मुद्दे पर राजनीति नही करनी चाहिए। वह राष्ट्र के लिए जीते हैं राष्ट्र के लिए मरते है। पंजाब के अंदर ना पहले खालिस्तान बना था ना आगे बनने देंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ़ करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने देश को मजबूत किया है, देश की सीमाओं को मजबूत किया है। नरेंद्र मोदी अच्छा काम कर रहे हैं और यूक्रेन में से भारतीय छात्र छात्राओं को सुरक्षित वापिस लाने में जो अपने तीन मंत्री वहां भेजे हैं वह काबिले तारीफ़ है ।

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