देहरादून,20 नवंबर(राजदार टाइम्स): विधान सभा चुनाव 2022 के नजदीक आने के साथ ही कांग्रेस के दिग्गजों में अंतर्विरोध खुलकर सामने आने लगे हैं। कांग्रेस में अंर्तकलहा सभी राज्यों में चरम पर है। कुछ दिन पहले हुए बिहार व देश के अन्य राज्यों में विधान सभा के चुनावों में कांगरेस पार्टी के प्रदर्शन को ले कर विभिन्न तरह की चर्चाए सुनने को आऐ दिन मिल रही हैे। इसी कड़ी में उत्तराखंड के पूर्व मुख्य मंत्री, कांग्रेस महासचिव तथा पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने विधान सभा क्षेत्र थराली में हुए उपचुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराने को लेकर फिर पार्टी में अपने विरोधियों पर निशाना साधा। हरीश रावत ने कहा कि उनकी जनसभा की वजह से पार्टी को हार मिली तो फिर उन्हें राज्य में 59 सीटों की चुनावी हार के लिए जिम्मेदार माना जाना चाहिए। इस नई खोज के लिए वह कांग्रेसजनों विशेष रूप से चमोली के कांग्रेसजनों को धन्यवाद देते हैं। उल्लेखनिय है कि राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह गढ़वाल मंडल के दौरे पर हैं। उनके द्वारा पार्टी से रूठे व्यक्तियों की वापसी को लेकर दिए गए एक बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन पर हमला बोला था। कर्णप्रयाग में प्रीतम की जनसभा में किसी का नाम लिए बगैर ही इशारों में चमोली जिले की थराली विधान सभा सीट पर हुए उप चुनाव में पार्टी की हार के लिए हरीश रावत की बड़ी जनसभा को जिम्मेदार ठहराया गया। हरीश रावत ने इसे गंभीरता से लिया है। रावत की प्रतिक्रिया को आने वाले वक्त में पार्टी के भीतर सियासी हलचल के तौर पर देखा जा रहा है।

Previous articleपीएम मोदी की हाई लेवल बैठक, नगरोटा आतंकी साजिश को लेकर,
Next articleतरल बोरोनेटिड कैल्शियम नाइट्रेट उर्वरक का शुभारंभ किया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने