दिल्ली,28 दिसंबर(राजदार टाइम्स): देश की इकोनॉमी आगे बढ़ाने में हमारी प्रतिभाओं का उपयोग करने का वक्त आ चुका है। यह शब्द इंदिरा गांधी तकनीकी महिला विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में पहुँचे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहे। उन्होंने कहा कि हमने अपने बच्चों को पढ़ाकर दुनिया की बड़ी कंपनियों में बड़े पैकेज की नौकरी दिलाने तक सीमित न रहें। हमारी सफलता का पैमाना यह होना चाहिए कि हमारे बच्चों ने दुनिया की कितनी बड़ी कंपनियां खड़ी की। किसी विदेशी कंपनी में 60 लाख के पैकेज पर नौकरी करने वाले स्टूडेंट देश की इकोनॉमी में सिर्फ अपनी सैलरी का योगदान कर पाएंगे। जबकि अपनी कंपनी बनाने वाले बच्चे देश की इकोनॉमी में बड़ा योगदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि विगत चार पांच वर्षों में विश्वविद्यालय ने क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों स्तर पर काफी सफलता हासिल की है। पहले लगभग 200 सीट क्षमता थी जो अब बढक़र लगभग 1200 हो चुकी है। दिल्ली में हर साल लगभग ढाई लाख बच्चे बारहवीं पास करते हैं। सबको उच्च शिक्षा के अच्छे अवसर देना हमारी प्राथमिकता है। इसमें इस विश्वविद्यालय का योगदान हमारे लिए गर्व की बात है। दीक्षांत समारोह में 487 छात्राओं को स्नातक (359), स्नातकोत्तर (119) और पीएचडी (9) उपाधियों का वितरण किया गया। साथ ही दो चांसलर अवार्ड, 11 वाइस चांसलर अवार्ड और एक एक्जेम्पलरी अवार्ड भी दिया गया। 

Previous articleजनवरी से खुल रहे हैं स्कूल
Next articleकार घेर कर काले झंडे दिखाए सुखबीर बादल को किसानों ने