बुराड़ी स्थित निरंकारी मैदान में प्रदर्शन नहीं करेंगे, बल्कि सिंधु बॉर्डर पर ही बैठे रहेंगे
दिल्ली,29 नवंबर(राजदार टाइम्स): किसानों का आंदोलन रविवार को चौथे दिन भी जारी है। केंद्र सरकार द्वारा लागू नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसान देश की राजधानी की सीमाओं पर डटे हुए हैं। हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अपील के बाद किसान नेताओं की एक बैठक हुई। बैठक के बाद किसानों ने आज केंद्र सरकार के प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया है। किसानों ने स्पष्ट कहा है कि वे बुराड़ी स्थित निरंकारी मैदान में प्रदर्शन नहीं करेंगे, बल्कि सिंधु बॉर्डर पर ही बैठे रहेंगे। किसानों का कहना है कि अगर उन्हें प्रधानमंत्री व गृहमंत्री की तरफ से लिखित में बातचीत का न्योता मिलेगा तभी बात बनने की उम्मीद है।
किसानों ने कहा वह ओपन जेल में जाने की बजाय सोनीपत, रोहतक का बहत्तरगढ़, जयपुर से दिल्ली राष्ट्रीय मार्ग, मथुरा-आगरा से दिल्ली राष्ट्रीय मार्ग, गाजियाबाद से आने वाला हाईवे जाम करेंगे और दिल्ली की घेराबंदी करेंगे। किसानों ने कहा कि उन्होंने रहने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली को घर जैसा बना रखा है। उनके पास इतना राशन है कि चार महीने भी हमें रोड पर बैठना पड़े, तो बैठ लेंगे। वह लंबे दौर की तैयारी करके आए हैं।
किसानों ने कहा कि उन्होंने एक कमेटी बनाई है। यही पांचों प्वाइंट पर धरने-प्रदर्शन का संचालन करेगी। किसी भी राजनीतिक दल को स्टेज पर बोलने की इजाजत नहीं है। इनके अलावा दूसरे संगठनों के जो संचालन कमेटी के तय नियमों को मानेंगे, उन्हें बोलने की इजाजत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वह बुराड़ी में मौजूद अपने साथियों को वापस बुलाएंगे। बुराड़ी में किसानों का एक ग्रुप पहले से ही डेरा डाले हुए है। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि किसान बुराड़ी मैदान पर इक_े हों। इसके बाद उनसे बात की जाएगी। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि वे दिल्ली घेरने आए हैं, न कि दिल्ली में घिर जाने के लिए।

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