कहा, एक तपस्या है राजनीति

दिल्ली, 22 नवंबर(राजदार टाइम्स): बिहार विधान सभा चुनाव व अन्य राज्यों के हुए उप चुनाव परिणाम आने के बाद से कांग्रेस में बगावती सुर उठने व पार्टी हाई कमान के खिलाफ आवाजे उठनी शुरू हो गई हैं। कांग्रेस में विरोध के सुर तेज हो गए हैं। कई बड़े पार्टी नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए तो कई नेताओं ने पार्टी की नीति रणनीति पर सवाल उठाए हैं। इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी हार का सामना करना पड़ा है। चुनाव परिणामों में हुए नुकसान के बारे में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम सभी नुकसान के बारे में चिंतित हैं, खासकर बिहार व उप चुनाव परिणामों को ले कर। उन्होंने कहा कि वह नुकसान के लिए नेतृत्व को दोषी नहीं मानते। आज नेताओं के साथ समस्या यह है कि अगर उन्हें पार्टी का टिकट मिलता है, तो वे पहले फाइव स्टार होटल बुक करते हैं। यदि कोई उबड़ खाबड़ सडक़ है तो वो वहां प्रचार पर नहीं जाएंगे। जब तक पार्टी के अंदर के नेता फाइव स्टार संस्कृति को नहीं छोड़ देते, तब तक कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता।
उन्होंने कहा कि राजनीति एक तपस्या है। उन लोगों पर शर्म आती है जो आनंद और धन के लिए राजनीति में शामिल होते हैं।

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